शिमला : जूम मीटिंग के माध्यम से प्रदेश के 400 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में लिया भाग

फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला
आभासी पटल पर मनाए गए इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ अखिल भारतीय राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। प्रांत महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने मंच संचालन किया। अतिरिक्त महामंत्री प्रांत सुधीर गौतम ने सभी अतिथियों का परिचय करवाया। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार ने मुख्यातिथि सहित सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ द्वारा हिमाचल प्रदेश में किए जा रहे हैं। सामाजिक एवं राष्ट्रहित के कार्यक्रमों की जानकारी एवं सरकार स्तर पर हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ द्वारा उठाए गए विभिन्न आग्रहों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। अखिल भारतीय सचिव पवन मिश्रा अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का विस्तृत परिचय प्रस्तुत किया तथा अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के ध्येय वाक्य विस्तार पूर्वक वर्णन किया तथा अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा कराए जाने वाले स्थाई व अस्थाई कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत मीडिया प्रमुख शशि शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के एवन 400 प्रतिभागियों ने जूम मीटिंग के माध्यम से भाग लिया। शशि शर्मा ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अखिल भारतीय राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर जेपी सिंघल द्वारा दिए गए अध्यक्षीय भाषण की जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रकार के कर्तव्य बोध कार्यक्रम प्रदेश भर में जिला खंड एवं मंडल स्तर तक आयोजित किए जाएंगे। प्रोफेसर जेपी सिंघल ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज रास्ट्र हित और समाज निर्माण के क्षेत्र में शिक्षकों बहुत अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षक को हमेशा कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए समाज निर्माण में अपनी भूमिका को सुनिश्चित करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में शिक्षा, शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज इस प्रकार की परिकल्पना के साथ अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कार्य करता है।
प्रोफेसर सिंघल ने कहा कि शिक्षक को अपने चरित्र को निरंतर उच्च मापदंडों में स्थापित करते रहने के लिए लगे रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक का कार्य केवल वेतन प्राप्त करके शिक्षण को एक आजीविका बनाकर अपने परिवार का भरण पोषण करना मात्र नहीं है, बल्कि इससे भी बढ़कर समाज और राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि सदियों से ही शिक्षक का स्थान समाज में ऊंचा रहा है और शिक्षकों को अपने इस स्थान को बरकरार रखने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के शिक्षक निरंतर अपने कर्तव्य का पालन करते हुए राष्ट्रहित में शिक्षा देने के हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के मूल मंत्र को ध्यान में रखकर कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ द्वारा हिमाचल प्रदेश में विपरीत भौतिक स्थितियों के बावजूद बहुत अच्छा कार्य करने के लिए समूची कार्यकारिणी को बधाई दी। आभासी पटल पर आयोजित इस सफल मीटिंग में संगठन मंत्री विनोद सूद, अतिरिक्त महामंत्री सुधीर गौतम, दर्शन लाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयशंकर, उपाध्यक्ष मार्कंडेय, नरेंद्र कपिला, अशोक कुमार, ललिता वर्मा, हेमराज, तीर्थ आनंद सहित समूची प्रांत कार्यकारिणी समस्त जिला कार्यकारिणीओं सहित खंड एवं मंडल स्तर के कार्यकर्ता मौजूद रहे।