सुजानपुर : कुपोषण को खत्म करना ही बाल पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य-निशा ठाकुर

2026 तक कुपोषण के मानकों में लक्षित कमी लाना
अनूप। सुजानपुर
पंचायत बीड बगेड़ा में बाल विकास परियोजना सुजानपुर के सौजन्य से मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना की कमेटी का गठन प्रधान रजनी बाला की अध्यक्षता में शनिवार काे किया गया। इसमें कमेटी के सभी सदस्यों को पर्यवेक्षक निशा ठाकुर द्वारा सदन को बताया कि मुख्यमंत्री बाल पोषण योजना का मुख्य उद्देश्य कुपोषण को खत्म करना है तथा 2026 तक कुपोषण के मानकों में लक्षित कमी लाना और दीर्घ अवधि में इसे न्यूनतम सीमा तक पहुंचाना है। यह योजना प्रोत्साहन आधारित योजना है। इसके साथ-साथ अतिसार और निमोनिया को नियंत्रित करना इसके लिए पूरे वर्ष में 3 पखवाड़े मनाए जाएंगे। दूसरा उच्च जोखिम वाले समूहों से पहचान करना और उनके संघन देखभाल करना। तीसरा उच्च गुणवत्तापूर्ण प्रोटीन युक्त विशेष पोषाहार की व्यवस्था करना और चौथा बच्चों व किशोरियों में एनीमिया की पहचान करना।
उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान करना और उन पर फोकस करना। इसके लिए विशेष पोषाहार के रूप में इन्हें एक्स्ट्रा डाइट दी जाएगी, जो बच्चे कुपोषित हैं, उन्हें पूरा सप्ताह 12 के हिसाब से विशेष पोषाहार तथा उच्च जोखिम वाली महिलाओं के लिए भी पूरा सप्ताह 12 के हिसाब से एक्स्ट्रा डाइट दी जाएगी। अगर कुपोषित बच्चे फिर भी सामान्य श्रेणी में नहीं आते हैं, तो उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में रेफर किया जाएगा, वहां पर दो आदमियों के आने-जाने का किराया मुफ्त तथा माता को हर दिन का 100 रुपए के हिसाब से उसका जो मेहनताना का लॉस होगा। सरकार द्वारा वहन दिया जाएगा।
इसके उपरांत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दो-तीन माह तक उसका फॉलोअप करते रहेंगे, ताकि बच्चा दोबारा उसी जोन में वापस न चला जाए। उच्च जोखिम वाली माता का एचबी लेवल 7 से 10 तक पहुंच जाता है, तब भी जो उसके देखभाल करने वाले हैं उनके लिए 500 प्रोत्साहन के रूप में दिया जाएगा। अंत में व्यवहार परिवर्तन के बारे में सदन को बताया गया। इसके साथ ही ग्राम पंचायत बैरी मैं प्रधान प्रीतम चंद की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया तथा ग्राम पंचायत बीड बगेड़ा प्रधान रजनी बाला की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई।