दाड़लाघाट: ईएसआई अस्पताल में करीब दो सालों से रिक्त है नेत्र अधिकारी का पद्द
उपमंडल अर्की के दाड़लाघाट में इन दिनों स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई है। मरीजों का सही से इलाज ना होने से उन्हें शिमला, बिलासपुर या सोलन का रुख करना पड़ता है। ईएसआई अस्पताल दाड़लाघाट में पिछले करीब दो सालों से नेत्र अधिकारी के ना होने से आंखों के मरीज़ काफी परेशान है। यह अस्पताल 18 पंचयतों का केंद्र बिंदु माना जाता है। दाड़लाघाट में एक बड़ा सीमेंट प्लांट होने के चलते इससे जुड़े ट्रक वाहनों सहित अन्य वाहन चालकों के साथ दुकानदारों को विभिन्न तरह के नए लाइसेंस बनाने या रिन्यू करवाने के लिए मेडिकल की आवश्यकता होती है। मांगल, बेरल, पारनु, नवगांव सहित अन्य क्षेत्रों से आने वाले मोहनलाल शर्मा, भूपेंद्र, मुनीश कुमार, कृष्णचन्द, लोकेश ठाकुर,महेंद्र, अनूप, रमेश, सचिन, हर्षित, साहिल, कुलदीप, प्रेम केशव, जगदीश ठाकुर सहित अन्य लोगों का कहना है कि विगत दिनों लाइसेंस बनाने को लेकर उन्हें मेडिकल करवाने को कहा गया था, लेकिन नेत्र अधिकारी के ना होने से उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी। उन्होंने सरकार व विभाग से ईएसआई अस्पताल दाड़लाघाट में चल रहे नेत्र अधिकारी के पद को जल्द से जल्द भरने की मांग की है।