गगरेट : पूर्व सरकार द्वारा स्वीकृत कार्यलयों को बंद करने पर सड़काें उतरी भाजपा
कार्यलयों को बंद करना कांग्रेस सरकार की नाकामी-राजेश ठाकुर
फर्स्ट वर्डिक्ट। गगरेट
हिमाचल प्रदेश में बढ़ती ठंड के बीच सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है। पांच वर्ष बाद सत्ता में वापस आने वाली कांग्रेस और सत्ता गंवाने वाली बीजेपी यहां लगातार एक-दूसरे से टकरा रही हैं। अब नया विवाद यहां पूर्व सरकार के खोले कार्यालयों को गैर अधिसूचित करने को लेकर शुरू हुआ है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूर्व बीजेपी सरकार की ओर से बिना किसी बजटीय प्रावधान और पर्याप्त बुनियादी ढांचे के खोले गए संस्थानों और कार्यालयों को गैर अधिसूचित कर दिया है। इसी पर बीजेपी हमलावर हो गई है। शुक्रवार को कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश के 500 दे ज्यादा संस्थानों को गैर अधिसूचित (डी-नोटिफिएड) करने के निर्णय लेकर गगरेट भाजपा ने पूर्व विधायक राजेश ठाकुर की अगुवाई में रैली निकाल कर अपना विरोध प्रकट किया।इस मौके पर पूर्व विधायक राजेश ठाकुर ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के फैसलों को बदलना कांग्रेस सरकार की नाकामी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता संभालते ही जिस तरहा जयराम सरकार के फैसलों को बदलने का कार्य किया है, उस से जनता में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने आते ही गगरेट विधानसभा को जयराम सरकार द्वारा दिए दौलतपुर चौक में उप तहसील कार्यलय, गगरेट विस के तीन नागरिक हस्पताल,पशु अस्पताल को बिना समीक्षा किए ड-नोटिफिएड कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपना तो कुछ नही दिया, बल्कि पूर्व सरकार के फैसलों को बदलने का काम शुरु कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कहा था कि हम सत्ता में आते ही दस दिन में 1500-1500 रुपए महिलाओं के लिए, ओपीएस, 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे, लेकिन अब जनता का ध्यान भटकाने के लिए पूर्व सरकार द्वारा स्वीकृत कार्यलयों को बंद कर रही है। उन्होंने कहा जब तक इन फैसलों को बदला नहीं जाता। भाजपा सड़कों पर उतर कर इनका विरोध करती रहेगी। इस मौके पर पूर्व विधायक राकेश कालिया, भाजपा नेता सुशील कालिया व मंडल अध्यक्ष सतपाल सिंह सहित भारी संख्या महिला शक्ति व भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
