हमीरपुर : केंद्रीय मंत्री ने सरकारी कार्यक्रम के बहाने की भाजपा की रैली : लखनपाल

बुधवार को बड़सर विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि भाजपा के केंद्रीय मंत्री पिछले कल बड़सर में सरकारी कार्यक्रम के बहाने भाजपा की रैली करके गए हैं। इस कार्यक्रम में भाजपा की रैली को सफल बनाने के लिए सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया गया और भीड़ जुटाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को सता की धौंस दिखाकर बुलाया गया और उनको डरा धमका कर लोगो की भीड़ एकत्रित करने के आदेश दिए गए थे। इस कार्यक्रम में आंगनबाड़ी वर्करों, आशा वर्करों व अन्य सभी विभागों के कर्मचारियों को जबरदस्ती सता की धौंस दिखाकर बुलाया गया था जो अति निंदनीय है। इस कार्यक्रम में सरकारी खर्चे से टेंटो को 25 से 40 लाख़ रुपए खर्च किया गया। इस कार्यक्रम को हिमाचल की 75वीं वर्षगांठ के रूप में मानने के बहाने किया गया लेकिन कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश की कोई बात नहीं की गई सिर्फ केंद्र व प्रदेश में बैठी विपक्ष की कांग्रेस सरकार पर छींटाकसी की गई और रही बात हिमाचल को बनाने की तो भाजपा के लोग बताएं की जिस समय हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना था उस समय इनकी ही पार्टी जन संघ के लोग "स्टेट हुड मारो ठुड" का नारा देते थे और हिमाचल को उपरला हिमाचल और निचला हिमाचल दो भागों में बांटने वाले भी भाजपा के ही लोग हैं। महापंजाब के हिमायती लोग कब से प्रगतिशील हिमाचल की बात करने लग पड़े। केंद्रीय मंत्री बढ़ती महंगाई जिसमें पेट्रोल, गैस, तेल के बढ़ते दामों, कर्मचारियों के OPS मामले पर कुछ नहीं बोले। बड़सर में सिर्फ अपने एक चहेते नेता जिन्हे बड़सर की जनता ने दो बार नकार दिया है उनके पक्ष में रैली को सरकारी कार्यक्रम का बहाना बना कर मंत्री जमीन तलाशते नजर आए। इस कार्यक्रम में जो स्थानीय रूटों की बसों का उपयोग किया गया उससे आम जनता को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस कार्यक्रम में बड़सर विधानसभा में भाजपा की गुटबाजी भी साफ सामने आई है। जो लोग प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पक्षधर हैं वो इस कार्यक्रम से नदारद रहे और केंद्रीय मंत्री द्वारा जिनके पक्ष में ये रैली की गई वो आज भी प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री नहीं मान पा रहे हैं। इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक द्वारा जो अनाप शनाप बयानबाजी की गई और मंच से चीख चीख कर अपने पक्ष में मुझे जिताओं, मुझे विधायक बनोगे की नही जैसे नारों से उनकी हताशा साफ जाहिर होती है। पूर्व विधायक पहले अपनी पार्टी से लड़कर अपनी टिकट पक्की करवा लें फिर अनाप शनाप बयान बाजी करें।