हरोली उत्सव से विकास के साथ हरोली की बनी सांस्कृतिक पहचान :प्रशांत राय

ममता भनोट/ऊना: हरोली उपमंडल के कांगड़ में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय हरोली उत्सव की भव्य सफलता पर जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत राय ने क्षेत्रवासियों, आयोजकों और स्थानीय प्रशासन को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव ना केवल सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक बना, बल्कि इससे क्षेत्र को एक नई पहचान भी मिली। प्रशांत राय ने कहा कि लगभग सात वर्षों के बाद हरोली क्षेत्र में इतने बड़े स्तर का सांस्कृतिक उत्सव आयोजित हुआ, जिसे लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह और उत्सुकता थी। उन्होंने बताया कि आयोजन के पहले दिन से लेकर अंतिम सांस्कृतिक संध्या तक हर शाम हजारों की भीड़ उमड़ती रही, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि लोग इस तरह के आयोजन की प्रतीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की सफलता में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री का अहम योगदान रहा, जिन्होंने न सिर्फ उत्सव की रूपरेखा को मूर्त रूप देने में मदद की, बल्कि हर स्तर पर सहयोग कर आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रशांत राय ने उपमुख्यमंत्री को इस सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी और कहा कि वे जनता की भावनाओं से जुड़े नेता हैं। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि हरोली भाजपा से लेकर जिला भाजपा तक कई नेताओं ने इस उत्सव का विरोध किया और इसे राजनैतिक चश्मे से देखा, लेकिन जनता ने भाजपा के इस विरोध को नकारते हुए उत्सव में भारी संख्या में भाग लेकर एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की। उन्होंने यह भी कहा कि विरोध करने वाले कई भाजपा नेता स्वयं सोशल मीडिया पर उत्सव की झलकियों को देर रात तक देखते रहे, जिससे यह साफ है कि विरोध केवल दिखावे के लिए था। प्रशांत राय ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी कड़ी निंदा की और इस घटना में मारे गए निर्दोष नागरिकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह समय देश में एकजुटता का है, लेकिन भाजपा इस दुखद घटना पर भी राजनीति करने में लगी है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्सव की खास बात का जिक्र करते हुए राय ने बताया कि इस आयोजन में पंजाब के लोकप्रिय गायक और कलाकारों के साथ-साथ हिमाचल के लोक कलाकारों को भी मंच प्रदान किया गया, जिससे लोक संस्कृति को बढ़ावा मिला। अंतिम सांस्कृतिक संध्या पूरी तरह हिमाचली कलाकारों को समर्पित रही, जिसे लोगों ने खूब सराहा। प्रशांत राय ने कहा कि इस तरह के आयोजन ना केवल युवाओं में सांस्कृतिक चेतना जागृत करते हैं, बल्कि पर्यटन, स्थानीय व्यापार और क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन लगातार होते रहेंगे और हरोली एक सांस्कृतिक हब के रूप में विकसित होगा।