चंबा : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने किया कुष्ठ रोग दिवस का आयोजन

किशाेर गुप्ता। चंबा
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चंबा द्वारा आज साेमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा के सभागार में कुष्ठ रोग दिवस का आयोजन किया गया, जिस में स्टाफ नर्सिज और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHOs) ने भाग लिया। इस दिवस का आयोजन राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. हरित पूरी ने की। इस जागरूकता कार्यक्रम में जिला चंबा के सभी स्वास्थ्य खंडों के लगभग 35 SN, CHOs ने भाग लिया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरित पुरी ने उपस्थित सदस्यों को बताया कि कुष्ठ रोग एक धीमी गति से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है, जिसका कीटाणु शरीर में प्रवेश करने के बाद इसके लक्षण आने में लगभग 4 से 6 वर्ष लग जाते हैं।
इसके शुरुआती लक्षणों में मुख्यत: शरीर के किसी भी हिस्से में एक या एक से अधिक सफेद, लाल अथवा ताम्बेयी रंग के दाग होना, जिन में संवेदनशीलता न हो अर्थात जिनमें सुनापन हो, कुष्ठ रोग की निशानी हो सकते हैं, जिनका समय पर निदान कर एवं जल्दी उपचार करवा कर इससे पूर्णत : स्वस्थ हुआ जा सकता है एवं इससे होने वाली अपंगता से बचा जा सकता है। इसका उपचार MDT थैरेपि से एक वर्ष तक का होता है। उन्होंने बताया कि जिला चंबा में वर्तमान में कुल 16 लोग कुष्ठ रोग से पीड़ित है, जिनका इलाज MDT से हो रहा है। उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर, राज्य एवं जिला स्तर पर कुष्ठ रोग के उन्मूलन हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाये जाते हैं। जैसे एक्टिव केस फाइंडिंग कंपेन, एंटी लेप्रसी-डे एवं स्पर्श कंम्पेन इत्यादि। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी 30 जनवरी से 14 फरवरी तक स्पर्श अभियान चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज में इस विमारी के प्रति लोगों की गलत धारणाओं को दूर करके, इस बीमारी के प्रति जागरूक करके, समय पर निदान एवं उपचार द्वारा समाज में से इस बीमारी को दूर करना है।
इसके लिएजिला के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं उपस्थित SN, CHOs को अपनी-अपनी भूमिका निभानी होगी, जिसमें स्वास्थ्य अधिकारी अपने अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता को लक्षणों के आधार पर कुष्ठ रोगी को पहचानने में मदद करेंगे तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आशा वर्कर अपने क्षेत्र में स्क्रींनिग के द्वारा कुष्ठ रोगी का पता लगाएगी और संभावित रोगी को आगे चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य संस्थान जहां चर्म रोग विशेषज्ञ उपलब्ध हों उनके पास उन्हें निदान एवं उपचार के लिए भेजेंगे। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. करण हितैषी भी उपस्थित रहे।