शिमला के निजी स्कूल द्वारा ईद पर बच्चों के लिए जारी किया गया ऐसा फरमान जिससे शुरू हुआ विवाद
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शिमला में एक निजी स्कूल द्वारा बच्चों को ईद के अवसर पर कुर्ता-पायजामा और टोपी पहनकर स्कूल आने का आदेश जारी किया गया है, जिसके कारण शहर में विवाद पैदा हो गया है। इसके साथ ही, बच्चों से यह भी कहा गया है कि वे टिफिन में सवइयां लेकर आएं। ईद 31 मार्च को मनाई जानी है, लेकिन स्कूल ने यह फरमान जारी किया। इस आदेश के बाद सोशल मीडिया पर हिंदू नेताओं ने स्कूल के खिलाफ अभियान चलाया है। देवभूमि संघर्ष समिति ने इस कदम का विरोध करते हुए इसे संविधान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के खिलाफ बताया है। समिति के संयोजक भारत भूषण ने चेतावनी दी है कि अगर स्कूल ने यह आदेश वापस नहीं लिया तो स्कूल का घेराव किया जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। भारत भूषण ने इसे स्कूल की सोची-समझी साजिश करार दिया और कहा कि इस कदम से हिमाचल प्रदेश में इस्लाम को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए चेतावनी दी कि यदि स्कूल अपनी बात से पीछे नहीं हटता तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मामले पर फिलहाल स्कूल की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।