शिमला में मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे जल रक्षक
( words)

हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के ग्यारहवें दिन आज जल रक्षकों ने शिमला के चौड़ा मैदान में अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जल रक्षक लंबे समय से नियमितिकरण को लेकर पॉलिसी में संशोधन करने की मांग उठा रहे हैं। संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार जबतक उनकी मांगे नहीं मानेगी तब धरना जारी रहेगा। जल रक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष रूप लाल ने बताया कि प्रदेशभर में नौ हजार के करीब जलरक्षक सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने मात्र 300 रुपए वेतन बढ़ाया है। उन्हें 56 सौ रुपए वेतन दिया जा रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि 12 साल सेवाएं देने के बाद जल रक्षकों को अनुबंध पर लाया जाता है। इस अवधि को घटकर 7 वर्ष किया जाना चाहिए। उन्हें पूर्ण रूप से जल शक्ति विभाग में शामिल किया जाना चाहिए। रूप लाल ने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम से उन्हें केवल आश्वाशन ही मिला लेकिन अभी तक कोई नीति नहीं बन पाई। ऐसे में इस बार जब तक सरकार उनसे बात करके मांगे नहीं मानते है तब तक धरना जारी रहेगा।