सिरमौर में खुलने जा रहा पहला हिमाचल का पहला राज्य स्तरीय नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में जल्द ही एक नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र खोला जाएगा, जो प्रदेश में अपनी तरह का पहला राज्य स्तरीय केंद्र होगा। यह केंद्र पच्छाद उपमंडल की दाड़ो देवरिया पंचायत स्थित कोटला बड़ोग में स्थापित होगा, जहां नशे की लत से जूझ रहे लोगों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक इलाज की सुविधा दी जाएगी। इस केंद्र की स्थापना से न सिर्फ नशे के शिकार लोगों को नए जीवन की दिशा मिलेगी, बल्कि यह एक मॉडल केंद्र के रूप में पूरे प्रदेश में नशा मुक्ति के प्रयासों को नई दिशा देगा। इस केंद्र में 100 बेड की सुविधा प्रदान की जाएगी और इसमें चिकित्सक, स्टाफ नर्स और अन्य कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी, जो मरीजों की देखभाल और इलाज करेंगे। केंद्र के निर्माण पर कुल 5.34 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें से एक करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है।
विशेष बात यह है कि यह केंद्र पशुपालन विभाग के वेटरनरी फार्मासिस्ट केंद्र भवन में स्थापित किया जाएगा, जो कई सालों से बंद पड़ा था। इस भवन को नशा मुक्ति केंद्र के रूप में नवीनीकरण किया जाएगा। इसके अलावा, कोटला बड़ोग काऊ सेंचुरी की 10 बीघा ज़मीन भी केंद्र के लिए आवंटित की गई है। इस केंद्र में नशे की लत छुड़वाने के लिए न सिर्फ चिकित्सा सुविधाएं दी जाएंगी, बल्कि मनोरंजन स्थल, पुस्तकालय, व्यायामशाला, खेल, ध्यान और योग जैसी गतिविधियाँ भी उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण से जुड़े कार्यक्रम भी होंगे, जो मरीजों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे। सिरमौर जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा ने बताया कि पिछले साल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सिरमौर में नशा मुक्ति केंद्र खोलने की घोषणा की थी और अब सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।