भरमौर में 'एक बूटा बेटी के नाम योजना' के तहत बेटियों को मिला सम्मान

योजना के तहत संचूई में रोपे देवदार और चील के पौधे
'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत चंबा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की बेटियों को सम्मान देने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से भरमौर की ग्राम पंचायत संचूई के गांव संचूई में 'एक बूटा बेटी के नाम योजना' के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत संचूई के युवा प्रधान संजीव ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस कड़ी में विभाग के द्वारा बेहतर कार्य कर 'एक बूटा बेटी के नाम योजना' को अमलीजामा पहनाया गया। इस योजना के तहत संचूई गांव में देवदार व अन्य फलदार किस्मों के पौधे रौपे गए।
इस मौके पर ग्राम पंचायत संचूई के युवा प्रधान संजीव ठाकुर ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की दिशा में बेहतर कार्य कर रही है। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि आमंत्रित करने पर उन्होंने बाल विकास परियोजना अधिकारी सुभाष दियोलिया, आंगनवाड़ी कर्मचारियों सहित पंचायत की महिलाओं, बच्चियों का आभार प्रकट किया है।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अब बेटियों को बचाने के साथ-साथ पर्यावरण को भी संरक्षित करने का अभियान एक बूटा बेटी के नाम योजना के साथ शुरू की है। यह बच्चियों की सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज में संवेदनशीलता बढ़ाने का एक प्रयास है। यह मुहिम लिंगानुपात में सुधार के साथ-साथ प्राकृतिक असंतुलन ठीक करने में सहायक है।