इंदौरा : मांडवासी बोले- बाढ़ पीड़ितों के न रहने और न ही खाने की व्यवस्था की सरकार ने

पौंग बांध से छोड़े जा रहे पानी से लोग अपना घर और जमीन छोड़ने को मजबूर
पौंग बांध से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण हिमाचल के विधानसभा क्षेत्र इंदौरा व विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के मांड एरिया के लोगों के घरों में पानी घुस गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण लोग अपनी जमीन व घर छोड़ने को मजबूर हैं। वहीं दूसरी तरफ इन बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार की ओर से न तो रहने की व्यवस्था की गई है और न ही कोई भोजन की। ऐसे में मुसीबत की घड़ी में उनका सहारा बनेगा।
लगातार बढ़ रहे पानी के कारण ख्वाजी पुल ढह गया है व साथ ही कई सड़कों को भी काफी नुकसान हुआ है। ख्वाजी पुल भोग्रवां से मण्ड क्षेत्र को जोडता है, लेकिन पुल के बह जाने से अब जो सफर 5 किलोमीटर का था, अब लोगों को वह सफर 20 से 22 किलोमीटर घुम कर तय करना पडेगा 7 बिजली विभाग के भी कई खम्बे हवा में लटक रहे हैं। इनके टूटने का खतरा बढ़ गया है अगर एक भी खंबा टूटा तो बिजली विभाग को भी काफी नुकसान झेलना पड सकता है। इसके अलावा लोगों की कई कनाल भूमि धान की फसल खराब हो चुकी है।
सरकार ने अभी नहीं दी कोई आर्थिक मदद: शुभम मन्हास
मांड रियाली से संबंध रखने वाले शुभम मन्हास का कहना है कि बाढ़ पीड़ित लोगों के रहने व खाने के लिए सरकार द्वारा कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है। हमें अपने रिश्तेदारों पास रुकना पड़ रहा है। इस मुसीबत की घड़ी में उन पर भी बोझ बढ़ रहा है। लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण लोगों की फसल खराब हो चुकी है वह इस गाड़ी में रिश्तेदारों के यहां रहना व उन पर बोझ बनना हमें सही नहीं लग रहा है। सरकार द्वारा जल्द से जल्द रहने में खाने के लिए उचित व्यवस्था करवाई जानी चाहिए।
सरकार मदद करे या न करें हम सेवा के लिए हमेशा तत्पर: विनोद
सरकार पर तंज कसते हुए बडुखर से समाजसेवी विनोद जासवाल ने कहा कि सरकार बाढ़ग्रस्त लोगों की मदद करे या न करे, लेकिन हम हमेशा लोगों की सेवा के लिए तत्पर हैं। भविष्य में भी लोगों की सहायता के लिए हम आगे रहेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अभी तक लोगों को रहने व खाने की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। इसके चलते हमारी संस्था ने बडुखर के कम्युनिटी हॉल में 50 लोगों की रहने एवं खाने की व्यवस्था की है, जो भी लोग बाढ ग्रस्त हैं, जिन्हें अपने घर छोडने पड़ रहे हैं उनके सेवा के लिए हम हमेशा आगे रहेंगे।
खनन माफिया ने ब्यास दरिया का रुख ही बदल दिया : नितिश कौशल
नितीश कौशल का कहना है कि खनन माफियाओं के द्वारा दिन रात अवैध रूप से किए जा रहे खनन के कारण ब्यास दरिया का सीना छलनी कर दिया गया है, जिससे कि ब्यास नदी ने अपना रुख बदल लिया है। इस कारण लोगों के सैकड़ों एकड़ भूमि के ऊपर से पानी जा रहा है, जिससे कि सैकड़ों एकड़ धान की फसल बर्बाद हो चुकी है।
अर्नी यूनिवर्सिटी इंदौरा में ढाई सौ लोगों के की व्यवस्था : एसडीएम
एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि अर्नी यूनिवर्सिटी इंदौरा में लगभग ढाई सौ लोगों के रहने खाने की व्यवस्था प्रशासन व यूनिवर्सिटी के द्वारा की गई है। जो भी लोग बाढ़ ग्रस्त हैं उन्हें वह पर रखा जा रहा है उनके रहने खाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है 7 इसके अलावा कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां रुके हैं , सोमवार रात को जिन लोगों का रेस्क्यू किया गया था, उनमें से कुछ प्रशासन की देखरेख में और कुछ अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं और प्रशासन के द्वारा लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है मंड क्षेत्र के लोगों को बार-बार यही अपील की जा रही है कि वह अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर आ जाएं लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो घरों को नहीं छोड़ना चाहते। किंतु प्रशासन के द्वारा संघर्ष जारी है इस आपदा की घड़ी सरकार जुझने के लिए प्रशासन कड़ी मशक्कत कर रहा है।
लोगों की हर संभव मदद की जाएगी : विधायक
विधायक इंदौरा मलेंद्र राजन ने कहा कि सरकार की तरफ से लोगों की हर उचित मदद की जाएगी। लोगों का जो भी नुकसान होगा उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। लोगों की सैकड़ों कनाल में धान की फसल खराब हुई है। प्रशासन से जानकारी जुटाकर उसकी भरपाई के लिए उचित मांग की जाएगी। लोगों से अपील की जाती है की बाढ़ ग्रस्त स्थानों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर आ जाएं। हमसे जो भी मदद बन पाएगी।