इंदौरा : दुख की इस घड़ी में किसी ने नहीं पूछा हमारा हाल : मंडवासी
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कहा-इस समय अगर इलेक्शन होते तो नंगे पांव दौड़कर आते पार्टी उम्मीदवार
हिमाचल प्रदेश में इस बरसात के मौसम में करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। जिला कांगड़ा की तहसील इंदौरा की पंचायत भोगर्वां के क्षेत्र मंड में भी यह बरसात लोगों के लिए काफी मुसीबतेंं लेकर आई है। यहां पौंग डैम से पिछले कई दिनों से काफी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। किसानों की हजारों एकड़ धान की फसल पानी में बह चुकी है, जिला प्रशासन को लगातार समस्याओं से अवगत करवाया जा रहा है, किंतु उनकी समस्याओं का कोई भी समाधान नहीं करवा रहा है।
मंड क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन का अभी तक कोई भी अधिकारी मंड भोगर्वां के लोगों से मिलने के लिए नहीं पहुंचा है। जानकारी देते हुए किसान त्रिलोक सिंह ने बताया कि वे किसानी करते हैं। वर्तमान समय में हमने धान की फसल लगाई हुई थी जो कि सारी की सारी बर्बाद हो चुकी है। वे केवल खेती पर निर्भर है। इसके अलावा उनके पास कोई रोजगार का साधन नहीं है। खेती के अलावा अब वे क्या करें।
त्रिलोक सिंह के साथ अमन सिंह, बलविंदर सिंह, करनैल सिंह, पप्पु आदि किसानों ने बताया कि हम 1988 का बाढ़ के संताप को झेल चुके हैं, लेकिन उन दिनों में इतना नुकसान नहीं हुआ था, जितना कि अब हुआ है। उन्होंने बताया कि 1988 की बात करें तो उन दिनों में मंड एरिया में कोई भी क्रशर उद्योग नहीं था, जिस वजह से भूमि का कटाव नहीं हुआ फसलें बर्बाद कम हुइंर्, लेकिन अब तो हद पार ही हो चुकी है। यहां लगभग 40 से 50 फीट गहराई तक की लगातार माइनिंग होती रही है, जिससे खेती योग्य भूमि को नुकसान हो रहा है, फसलें बर्बाद हो रही हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों से इस बारे में कई बार बात की, लेकिन कोई असर देखने को नहीं मिला, बल्कि अधिकारियों के आने से पहले ही मशीनरी वहां से गायब हो जाती है। क्रशर मालिक व खनन विभाग के साथ मिलीभगत का भी अंदेशा लगाया जा सकता है।
अमन सिंह ने कहा है कि पिछले 15 से 20 दिन हो गए हैं पानी छोड़े हुए, लेकिन उनके पास कोई भी अधिकारी सुध लेने के लिए नहीं आया है। उन्होंने अपने निजी खर्च से रोजमर्रा के कार्य करने के लिए नाव का इंतजाम कर रखा है, अब तक थानीय विधायक भी उनका हाल-चाल जानने नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि अगर इन दिनों इलेक्शन हो जाएं तो वोट लेने के लिए पार्टी के उम्मीदवार नाव के बिना भी नदी पार कर उनके पास पहुंच जाएंगे।
क्या कहते हैं विधायक इंदौरा
इस मुद्दे पर जब विधायक इंदौरा मलेंंद्र राजनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि बाढ़ आने से मंड भोगर्वां के लोगों का काफी नुकसान हुआ है उनकी सरकार से बातचीत चल रही है। जल्द ही किसानों के नुकसान का जायजा लिया जाएगा और यथा संभव मदद की जाएगी।