जयसिंहपुर : शहीद की मां की पुकार, उम्र हो गई 100 के पार; अब तो सड़क बना दो सरकार

उप मंडल जयसिंहपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोसरी के वार्ड तीन बल्ह पट्ट पठानिया गांव और रोपड़ी पंचायत के उम्मर गांव के लोगों को आजादी के 76 वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क और पुल की सुविधा नहीं मिल पाई है। गौरतलब है कि इस गांव के साथ में शौर्य चक्र विजेता शहीद सूबेदार केयर सिंह का घर भी है, जिनके घर तक भी आज तक सड़क नहीं बन पाई। रोपड़ी स्कूल का नाम शहीद सूबेदार केयर सिंह के नाम पर ही रखा गया है। शहीद सूबेदार केयर सिंह की माता शांधो देवी की उम्र 100 वर्ष हो चुकी है उनका कहना है कि आज दिन तक मेरी आंखें सड़क सुविधा के लिए तरस गई कि हमारे घर तक बनेगी। शहीद केयर सिंह की पत्नी की उम्र 66 वर्ष हो गई है और उनका एक बेटा है पर आज दिन तक यह गांव सड़क सुविधा से वंचित है। इन गांवों में पहले 100 से अधिक घर हुआ करते थे पर सड़क सुविधा न होने से कई घरों के लोग यहां से दूर-दराज क्षेत्रों में जाने को मजबूर होना पड़ा। आज भी यहां के लोगों को राशन लेने के लिए या बच्चों को स्कूल जाने के लिए सुलयाली और हरोटी खड्ड को पार करके जाना पड़ता है। इन गावों के लोगों को जब बरसात शुरू होती है तो तीन महीने इन गावों के लोगों को काला पानी की सजा बन जाती है। बरसात के समय इन खड्डों का जल स्तर इतना बढ़ जाता है कि जयसिंहपुर में पढ़ने वाले स्कूल और कॉलेज के छात्रों और नौकरी और रोज काम करने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सबसे बड़ी मुश्किल तब होती है अगर इन दिनों में कोई बीमार पड़ जाए तो उन्हें बरसात के समय कंधे पर उठा कर इन खड्डों को पार करना पड़ता है, जिसमें कोई भी अनहोनी की संभावना बनी रहती है। गांववालों का कहना है कि जयसिंहपुर विधानसभा में कितने विधायक आए और चले गए पर हमारे गांव में सड़क और पुल नहीं बना सके।
क्या कहते हैं स्थानीय विधायक गोमा
विधानसभा जयसिंहपुर के विधायक यादविंदर गोमा का कहना है कि उम्मर गांव और पट्ट पठानिया गांव के लिए सड़क बनाने के लिए नाबार्ड के लिए प्रपोजल भेज दिया है जैसे ही नाबार्ड से पैसे सैक्शन हो जाएंगे इन गांव के पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा