कांगड़ा: वेदव्यास परिसर की पेयजल समस्या का होगा समाधान, मुख्यालय से 28 लाख रुपये स्वीकृत
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रोफेसर सत्यम कुमारी एवं सह-निदेशक प्रोफेसर एस. जी. मंजूनाथ भट्ट के अथक प्रयासों से परिसर की पेयजल समस्या के समाधान के लिए दिल्ली मुख्यालय ने 28 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। जानकारी देते हुए सह-निदेशक प्रो. एस. जी. मंजूनाथ भट्ट ने बताया कि लंबे समय से परिसर में पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही थी, जिससे छात्राओं के हॉस्टल सहित पूरे परिसर के विद्यार्थियों और स्टाफ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या के समाधान के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक कमेटी गठित कर आईपीएच विभाग (जल एवं सिंचाई विभाग) के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। बैठक में विभाग ने 28 लाख रुपये का अनुमान (एस्टीमेट) तैयार कर विश्वविद्यालय को सौंपा और बताया कि यदि यह राशि उपलब्ध कराई जाती है, तो विभाग परिसर के लिए अलग पेयजल योजना तैयार करेगा, जिससे भविष्य में पानी की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।
इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी ने 28 लाख रुपये की राशि वेदव्यास परिसर को स्वीकृत कर भेज दी। वहीं परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी ने बिना समय गंवाए एक कमेटी का गठन किया और जल एवं सिंचाई विभाग (आईपीएच) के अधिकारियों को परिसर में आमंत्रित कर पेयजल योजना के शीघ्र क्रियान्वयन हेतु 28 लाख रुपये का चेक सौंप दिया। आईपीएच विभाग रक्कड़ के एसडीओ जसवंत सिंह ठाकुर ने बताया कि उन्हें परिसर की ओर से 28 लाख रुपये का चेक प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आगामी दो से तीन महीनों के भीतर यह पेयजल योजना तैयार कर विश्वविद्यालय परिसर को सौंप दी जाएगी। इससे परिसर में पेयजल आपूर्ति की समस्या का लगभग पूर्ण समाधान हो जाएगा। इस अवसर पर वेदव्यास परिसर की अनुभाग अधिकारी अनुराधा शर्मा, कंप्यूटर विभाग के अध्यक्ष अमित वालिया, आईपीएच विभाग के कनिष्ठ अभियंता जुगल किशोर शर्मा, तथा परिसर के लैब अटेंडेंट प्रमोद कुमार और नमन शर्मा उपस्थित रहे।
