कुनिहार : पेंशनरों के लंबित वित्तीय भुगतान शीघ्र करे सरकार,नहीं तो अपनाना पड़ेगा संघर्ष का रास्ता

जब कर्मचारियों पेंशनरों की बात आती है तो सरकार को वित्तीय संकट आड़े आता है लेकिन अब प्रदेश अध्यक्षों, उपाध्यक्षों के मानदेय में सरकार द्वारा की गई बढ़ोतरी से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह शब्द पेंशनर एसोसिएशन कुनिहार की मासिक बैठक में गुंजी। पेंशन भवन तालाब कुनिहार में प्रधान विनोद जोशी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में पेंशनर एसोसेशन के कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा कई विषयों पर चर्चा की गई। सर्व प्रथम बैठक में 70 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनरों की बकाया एरियर का 30 प्रतिशत देने का धन्यवाद करते हुए पेंशनरों ने कहा कि इसमें सरकार ने कोताही की है । जबकि सरकार ने 70 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनरों को पूरा एरियर देने को कहा था। पेंशनरों ने एक स्वर में कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद यह बयान दिया था। पेंशनरों ने कहा कि संशोधित वेतन एरियर और महंगाई भत्ते की किस्तों का तुरंत भुगतान करने के आदेश पारित करें। अन्यथा पेंशनरों को अब संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। बैठक में पेंशनरों ने प्रदेश सरकार की महंगाई भत्ते की बकाया किस्तों का भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग भी की। सेवानिवृत कर्मचारियों की एकमुश्त की एवज में 15 वर्ष तक कटने वाली राशि को भी घटाकर 10 वर्ष 8 माह के पश्चात पेंशन के साथ समायोजित करने के आदेश दिए जाए। वहीं 65 , 70 और 75 वर्ष के सेवानिवृत कर्मचारियों को 5 , 10 व 15 प्रतिशत के लाभ को मूल वेतन पर देकर पेंशन में समायोजित किया जाना चाहिए। बैठक में सरकार से अनुरोध किया गया कि जे सी सी की बैठक भी जल्द बुलाई जाए। ताकि लंबित मांगों पर विस्तार से चर्चा की जा सके। इस प्रकार सेवा निवृत कर्मचारियों से अन्याय न किया जाए। वही बैठक में कार्यकारणी सदस्य दिला राम पंवर, गोपाल पंवर,, ज्ञान चंद जोशी, सूर्य कांत जोशी, वीरेंद्र सिंह, श्याम चंद परिहार, डी एन परिहार, दीप राम, राजेंद्र शर्मा, राम स्वरुप सहित आदि पेंशनर मौजूद रहे।