कुनिहार: राजदरबार में आयोजित रामलीला के दूसरे दिन दर्शाए गए कई मनमोहक दृश्य
श्री राम लीला जन कल्याण समिति कुनिहार के सौजन्य से राजदरबार कुनिहार में आयोजित की जा रही 11 दिवसीय श्री राम लीला के दूसरे दिन रामलीला के पात्रों द्वारा अनेक मनमोहक दृश्य दर्शाए गए। दूसरे दिन का शुभारंभ अष्टभुजा धारी मां दुर्गा की सुंदर व आकर्षक झांकी के साथ हुआ। इस दौरान हाटकोट पंचायत प्रधान जगदीश अत्री ने मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचकर मां दुर्गा की आरती उतारी व मां का आशीर्वाद लिया। समिति सदस्यों द्वारा मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि राम लीला जन कल्याण समिति कुनिहार द्वारा हमारी सनातन संस्कृति को निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है जो कि बड़े हर्ष की बात है। हमें ऐसे धार्मिक कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने समिति को अपनी ओर से 11 हजार रुपए देने की घोषणा की। दूसरे दिन की रामलीला में पात्रों द्वारा श्रवण कुमार लीला का सुंदर मंचन किया गया कि कैसे श्रवण कुमार अपने अंधे माता पिता को पालकी में बिठाकर कंधे पर उठाकर तीर्थ यात्रा के लिए ले जाते है और माता पिता को प्यास लगने पर पानी लाने के लिए श्रवण कुमार सरयू नदी पर पहुंचते है जहां श्रवण कुमार की आहट सुनकर शिकार के लिए बैठे राजा दशरथ शब्दभेदी बाण चलाते हैं जो श्रवण कुमार को लगता है। जिससे श्रवण कुमार की मृत्यु होती है। उसके बाद श्रवण के माता पिता द्वारा राजा दशरथ को श्राप देने का दृश्य दर्शाया गया। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा और अभिनय करने वाले पात्रों का तालियां बजाकर उत्साह बढ़ाया। इसके अलावा रामलीला के अन्य दृश्य भी दर्शाए गए। इस रामलीला मंचन में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग पहुंच रहे है।
