कुनिहार: सरकार की अनदेखी पर पुलिस पेंशनरों में नाराज़गी, वित्तीय लाभ एकमुश्त करने की कर रहे मांग
हिमाचल प्रदेश में यह पहला अवसर है जब किसी भी विभाग के पेंशनरों को अपने वित्तीय लाभों और अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरकर धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। प्रदेश पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन, जिला सोलन के संयोजक एवं वरिष्ठ मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर, दीप राम ठाकुर, प्रेम कंवर, ओम ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर, रती राम शर्मा, ओम प्रकाश, श्याम लाल ठाकुर, सतपाल शर्मा, श्यामलाल भाटिया, जसवीर सिंह, संतराम चंदेल, पतराम, नेकीराम, पुष्पा सूद, बेद ठाकुर, धर्म सिंह ठाकुर, चमन लाल, दिलाराम, हरसिंह पाल, रणदीप राणा सहित अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त बयान में सरकार के रवैये पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि आज तक प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि पेंशनरों को अपने हक के लिए आवाज उठानी पड़े। कर्मचारी वर्ग अपनी मांगों को लेकर हड़तालें करता रहा है, लेकिन पेंशनरों को धरना देना पड़े यह सरकार के लिए गंभीर चिंतन का विषय है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि पहले पेंशनरों को बिना किसी मांग के उनका डी.ए. और अन्य वित्तीय लाभ समय पर मिल जाते थे, मगर मौजूदा सरकार के कार्यकाल में स्थिति पूरी तरह बदल गई है। अफसोस की बात है कि अब शिक्षित और सम्मानित पेंशनर वर्ग को भी अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करनी पड़ रही है।
पेंशनर नेताओं ने सरकार से मांग की है कि वह पेंशनरों के सभी वित्तीय लाभ एकमुश्त जारी करे और इस वर्ग का सम्मान बरकरार रखे। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने वेतन व भत्तों में बढ़ोतरी करने की बजाय उन लोगों की तरफ ध्यान देना चाहिए जिन्होंने अपने जीवन के 30 से 40 वर्ष प्रदेश की सेवा में समर्पित किए हैं। संघ ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए, तो पेंशनरों में असंतोष और रोष अधिक बढ़ सकता है, जिसके परिणाम आने वाले समय में सरकार को भुगतने पड़ सकते हैं।
