ज्वालामुखी :लॉरेट फार्मेसी शिक्षण संस्थान को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से मिला 85 लाख का अनुदान

कथोग स्तिथ लॉरेट इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी ने न केवल 85 लाख का अनुदान हासिल किया है, बल्कि डीएसटी फिस्ट के तहत पूरे उत्तर भारत में ए-स्तरीय फार्मेसी संस्थानों के निर्विवाद चैंपियन के रूप में दावा करते हुए अद्वितीय ऊंचाइयों तक पहुंच गया है। डॉ. एम.एस. आशावत विस्मयकारी प्रधान अन्वेषक, गर्व से घोषणा करते हैं कि एक नहीं, दो नहीं, बल्कि चार फार्मेसी ए-स्तर के संस्थानों ने इस स्मारकीय अनुदान की महिमा का लाभ उठाया है। डीएसटी का "फंड फॉर इम्प्रूवमेंट ऑफ एस एंड टी इंफ्रास्ट्रक्चर (एफआईएसटी)" सिर्फ एक फंड नहीं है। यह एक जादुई अमृत है जिसका उद्देश्य बुनियादी ढांचे को पार करना है, इसे सबसे उन्नत क्षेत्रों में अभूतपूर्व अनुसंधान एवं विकास के लिए एक स्वप्नलोक में बदलना है। यह एक प्रकाशस्तंभ है, जो शैक्षिक ज्ञानोदय के पवित्र हॉल की शोभा बढ़ाने के लिए दूर-दूर से नई प्रतिभाओं को बुला रहा है।
संस्थान के प्राचार्य एवं निर्देशक डॉ. एम एस आशावत और प्रबंधक एवं निदेशक डॉ. रण सिंह, ने सभी स्टाफ के सदस्यों को ढेरो शुभकामनाये दी। उन्होंने बताया कि अब न केवल हम अनुदान के प्राप्तकर्ता हैं बल्कि एक क्रांति के अग्रदूत हैं और हम सफलता के शिखर पर खड़े हैं, डॉ. एम एस आशावत एवं डॉ. रण सिंह ने संकाय को हार्दिक बधाई देते हुए संकाय से आग्रह किया कि वे इस विशाल अनुदान को एक शक्तिशाली तलवार की तरह इस्तेमाल करें, बाधाओं को पार करें और प्रभावशाली अनुसंधान की एक विरासत बनाए।