मंडी: राष्ट्रीय राजमार्ग कंपनी के खिलाफ किसान 27 मई को करेंगे प्रदर्शन, प्रशासन पर मनमानी के आरोप

धर्मपुर, मंडी/डिंपल शर्मा : सरकाघाट से धर्मपुर तक बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य से स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं। इस संबंध में पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह और किसान सभा के अध्यक्ष रणताज राणा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही से आधे दर्जन से अधिक घर और करीब एक दर्जन रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बरसात का मौसम नजदीक आने से प्रभावित परिवारों की चिंताएं बढ़ गई हैं। भूपेंद्र सिंह और रणताज राणा ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण कंपनी प्रशासन के किसी भी दिशा-निर्देश का पालन नहीं कर रही है और अपनी मनमर्जी से काम कर रही है। इससे ऐसा लगता है कि क्षेत्र में सरकार और प्रशासन नहीं, बल्कि कंपनी राज कर रही है। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से हिमाचल किसान सभा इन क्षतिग्रस्त घरों के पास सुरक्षा दीवारें बनाने, टूटे हुए रास्तों और पेयजल स्रोतों का पुनर्निर्माण जल्द करने तथा सड़क निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने की मांग कर रही है, जिसके लिए प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं। कोई सुनवाई न होने के कारण किसान सभा ने 27 मई को प्रभावितों के साथ सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत दमसेड़ा से होगी, जहां जगदीश, सोहन सिंह, सरवन कुमार और भाग सिंह के घरों पर गिरने का खतरा मंडरा रहा है। इन घरों के रास्ते भी दोनों ओर से तोड़ दिए गए हैं। इसके अलावा, दमसेड़ा गांव का रास्ता, सम् साई और आल्याण गांव का रास्ता, श्मशान घाट का रास्ता तथा हरदेव सिंह, बक्सी राम, अनंत राम, कांशी राम के घरों के रास्ते डेढ़ साल पहले तोड़ दिए गए हैं, जिन्हें अभी तक नहीं बनाया गया है। आल्याण और जमसाई में लगे हैंडपंप उखाड़ कर फेंक दिए गए हैं और आल्याण की बावड़ी क्षतिग्रस्त कर दी गई है। जमसाई से गासियां पुल तक की सड़क दो साल से अधूरी है और कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिससे अब तक सैकड़ों गाड़ियों का लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। गासियां खड्ड में अवैध डंपिंग की गई है और वहां सड़क की स्थिति बहुत खराब है, जिससे कभी भी दुर्घटना घट सकती है। प्रशासन ऐसे स्थानों को भी कंपनी से ठीक नहीं करवा पा रहा है और न ही स्थानीय प्रतिनिधि कुछ कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों की समस्या का हल न होने के कारण उन्हें सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी कंपनी, प्रशासन और सरकार की है। पंचायत प्रधान सलिता, उपप्रधान लश्करी राम, महिला मंडल प्रधान बिमला देवी और प्रभावित जगदीश चंद, दलीप सिंह, सोहन सिंह, सरवन कुमार, भाग सिंह, नेक राम, हरदेव सिंह, अनंत राम, कांशी राम, निर्मला देवी, गुड्डी देवी आदि ने आम जनता से भी अपील की है कि वे इस प्रदर्शन में भाग लें ताकि बरसात से पहले घरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उधर, लोंगनी में बीआरएन कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा खड्डों और नालों में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। खनिज इंस्पेक्टर, पुलिस, वन विभाग और प्रशासन इस अवैध खनन को नजरअंदाज कर रहे हैं, जबकि 2 मई को इस पर विस्तृत चर्चा हुई थी और पुलिस को इस पर नजर रखने के लिए कहा गया था। कोई कार्रवाई न होने के कारण किसान सभा इस अवैध खनन के खिलाफ भी लोंगनी में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेगी।