मंडी: 26 फरवरी को बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ढाबन गाँव में हुई बैठक
जनसंपर्क अभियान के 7वे दिन 26 फरवरी को बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ढाबन गाँव की बैठक मस्त राम सैनी की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डा क्षेत्र में ज्यादातर हमारी आबादी जो की नकदी फसलें जिसमें टमाटर, गोभी, मूली, पालक व अन्य फसलें ऊगा कर अपनी आजीविका कमा रहे है, उन लोगों को यहाँ से विस्थापित कर कहाँ पुनर्स्थापित करेंगे। सरकार के पास इस विषय में कोई भी वैकल्पिक योजना नहीं है। इसके अलावा कृषि के आधुनिक उपकरण/ मशीनरी , ट्रेक्टर, आरा मशीनरी, जेसीबी मशीने, ट्रक , टेम्पो, मिकसर, के व्यापार में जो लोग लगे है, वो बेरोजगार हो जाएंगे। उन्हें बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा।
हरदेव सैनी ने कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को पूरी तरह लागू नहीं कर रही है , पुनर्स्थापना और पुनर्निवास, रोजगार व बाज़ार भाव पर जमीन का मूल्य, जमीन के बदले जमीन, नौकरी देने की कोई नीति नहीं है। हमारे क्षेत्र में जमीन के सरकल रेट इतने कम है कि जमीन कोड़ियो के भाव, जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा घोषित ढाबन गाँव का सरकल रेट 2.05 (सड़क से100 मीटर बाहर) और 100 मीटर तक 11.20 लाख प्रति बीघा है। जबकि किसान 3-4 लाख प्रति बीघा नकदी फसलों से प्रति वर्ष कमा रहा है। हमारी जमीन का बाज़ार भाव इससे कई गुना जयादा है। किसानों को अगर बेदखल किया जाता है, तो इस रेट में हिमाचल में कही भी उपजाऊ जमीन नहीं मिलेगी। किसान सेहमें हुए है।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रस्तावित हवाई अड्डे को गैर उपजाऊ जमीन पर बनाया जाए। उन्होंने ने लोगों से आह्वान किया है कि 1 मार्च की रैली में बढ़-चढ़ कर भाग ले और अपनी एकता का परिचय दे। इस बैठक में मस्तराम सैनी , हरदेव सैनी,सचिव रुआलू राम, जोगिन्दर वालिया, क्रिशन सैनी, रोशन लाल, जयराम सैनी, रणजीत सिंह, विदयासागर सैनी, हरिसिंह, राकेश, मनोज ब अन्य कमेटी सदस्य शामिल हुये I