दिल्ली हिंसा : विदेशों से हुई थी फंडिंग, पुलिस के हाथ लगा सुराग

पुलिस ने फरवरी 2020 में दिल्ली दंगों के मामले में अपनी जांच में पाया है कि जनवरी के महीने में ओमान और यूनाइटेड किंगडम से धन प्राप्त हुआ था। पुलिस अब यह जांचने की कोशिश कर रही है की क्या फरवरी के दंगों या सीएए के विरोध प्रदर्शन को बढ़काने के लिए फंडिंग हुए है।
अपनी जांच में, पुलिस ने एक आरोपी मीरान हैदर के घर से एक डायरी / रजिस्टर बरामद किया है। इस रजिस्टर में उपद्रवियों का बहीखाता दर्ज है। रजिस्टर के साथ पुलिस ने लगभग 2.5 लाख रूपए भी बरामद किए व यह भी पता लगाया की दंगो से पहले मिरान हैदर के अकाउंट के 5 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। रजिस्टर में साफ़ लिखा है की कहाँ से कितने पैसे मिले, और कहाँ कितने खर्च हुए। बाकायदा नाम के साथ सभ डिटेल्स दर्ज हैं। पुलिस ने हैंडराइटिंग की जांच के लिए रजिस्टर को फॉरेंसिक लैब भेज दिया है।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने पाया था कि दंगों के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए खालिद सैफी ने मलेशिया में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक से मुलाकात की थी। दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, धन वापस सऊदी अरब और सिंगापुर में एक एनआरआई के पास भेज दिया गया है।