लालजी टंडन के निधन पर सीएम योगी शोकाकुल, की तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा

मध्य प्रदेश के राज्यपाल और लखनऊ से पूर्व सांसद लालजी टंडन का मंगलवार सुबह निधन हो गया। उनकी आयु 85 वर्ष थी।
वह लिवर, फेफड़े और गुर्दे की बीमारी से ग्रसित थे। लखनऊ के मेदांता में उनका इलाज चल रहा था। पिछले कई दिनों से टंडन वेंटिलेटर पर थे। इससे पहले तक उन्हें आईसीयू में रखा गया था। मेदांता में विशेषज्ञों की टीम उनकी पल-पल की निगरानी कर रही थी, इसके बावजूद भी टंडन को नहीं बचाया जा सका। उनके बेटे और कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ने लालजी टंडन के निधन की जानकारी ट्वीटर के माध्यम से दी। आशुतोष टंडन ने ट्वीटर पर लिखा बाबू जी नहीं रहे। बता दें कि लालजी टण्डन पिछले काफी वक्त से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे. लखनऊ के मेदांता में वह 14 जून से भर्ती थे. ज्यादातर समय वह वेंटिलेटर पर ही रहते थे.
मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने मंगलवार सुबह टंडन के निधन की जानकारी दी। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर दुख जताया। उन्होंने लिखा कि, "मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन की खबर सुनकर शोक हुआ। उनके निधन से देश ने एक लोकप्रिय जननेता, योग्य प्रशासक और प्रखर समाज सेवी को खोया है। वे लखनऊ के प्राण थे। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।" इसी के साथ उन्होंने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
टंडन के बेटे और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' ने जानकारी दी कि उनका अंतिम संस्कार शाम 4:30 बजे गुलाला घाट चौक में किया जाएगा।
उनकी तबीयत खराब होने के कारण उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था।