डरवाड़ में लघु हल्दी उद्योग शुरू

राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक(नाबार्ड) के सहयोग से धर्मपुर विकास खण्ड की डरवाड़ ग्राम पँचायत में हल्दी उत्पादन बढ़ाने और पाउडर बनाने के लिए लघु उद्योग का लोकार्पण नाबार्ड की मंडी ज़िला की विकास प्रबंधक डॉक्टर सोहन प्रेमी ने किया। लघु उद्योग नाबार्ड के आजीविका उद्यमियता विकास कार्यक्रम के तहत स्थापित किया गया है। जिनमे डरवाड़ पँचायत की 15 महिलाये स्वयं सहायता समुदाय के सदस्यों को हल्दी का उत्पादन बढ़ाने और उसका पाउडर बनाकर आजीविका कमाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नाबार्ड ने सात लाख रुपए की एक परियोजना मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति को स्वीकृत की है और उसे ग्रामीण विकास समिति डरवाड़ के सहयोग से लागू किया जा रहा है। नाबार्ड की ज़िला विकास प्रबंधक ने आज पी एच सी डरवाड़ के नज़दीक इसका लोकार्पण किया और "अपनी हल्दी" के नाम से ब्रांड की गई इस हल्दी पाउडर को बिक्री हेतु भी जारी किया उन्होंने महिला समूहों व किसान क्लबों के सदस्यों को बताया कि नाबार्ड ने मंडी ज़िला के लिए एक मात्र पायलट परियोजना स्वीकृत की है और यदि ये सफ़ल होती है तो आने वाले समय में इसे दूसरे खण्डों में भी लागू किया जाएगा।मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति के महासचिव भीम सिंह ने इस समारोह में कहा कि इस परियोजना के शुरू होने से महिलाओं की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी और महिलाएं आत्मनिर्भर भी होंगी इन परियोजना के माध्य्म से डरवाड़ हल्दी का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा और फ़िर हल्दी पाउडर बनाकर उसकी मार्केटिंग करने भी सहायता की जायेगी। हिमाचल ग्रामीण बैक के क्षेत्रीय प्रवन्धक राजेन्द्र शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि बैंक कम ब्याज पर औऱ आसान शर्तों पर स्वयं सहायता समूहों को तथा किसानों को उपलब्द करवा रहे हैं। कृषि विभाग के विष्यवाद विशेषज्ञ डॉक्टर कुलदीप गुलेरिया ने बताया की हल्दी केवल मात्र खाने में प्रयोग नहीं होती है बल्कि ये एक औषधि भी है और हमें इसे उन्नत तकनीक से करना चाहिए और इसकी पैदावार बढ़ानी चाहिए। बागवानी अधिकारी डॉक्टर अभिषेक ठाकुर औऱ प्रेम सिंह ने कहा कि धर्मपुर में बागवानी की एक विशेष परियोजना चल रही है जिसका अधिक से अधिक लाभ बागवानों को उठाना चाहिए।ज़िला परिषद सदस्य व मंडी साक्षरता समिति की कार्यकारिणी के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बंदरों द्धारा फसलों को किये जा रहे नुक्सान के कारण हल्दी को को वैकल्पिक खेती का उत्पादन ज्यादा करने के लिएके लिए किसानो को प्रेरित किया गया है ताकि किसानों द्धारा ख़ाली छोड़ दी भूमि पर उत्पादन जारी रखा जा सके और उसके लिए नाबार्ड ने जो सहायता की है उसके लिए डरवाड़ पँचायत के किसानों की ओर से उनोहनें नाबार्ड का धन्यवाद किया। समारोह में ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह,डरवाड़ पँचायत की प्रधान लता ठाकुर,वार्ड सदस्यों,ग्रामीण विकास समिति के अध्य्क्ष सुरेश पठानिया पूर्व अध्यक्ष पृथी सिंह व हिमाचल किसान सभा के अध्यक्ष रणताज़ राणा, स्वयं सहायता समूहों औऱ किसान क्लबों के सदस्यों,स्वास्थ्य व राजस्व विभाग, पँचायत मोटीवेटर चंपा पठानिया सहित सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया।