प्रदेश में इंटरकास्ट मैरिज करने पर प्रोत्साहन राशि को 50 हज़ार से बढ़ाकर किया 2 लाख

प्रदेश सरकार ने छुआछूत को दूर करने के लिए इंटरकास्ट विवाह करने पर प्रोत्साहन राशि को 50 हज़ार रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये करने की घोषणा की है, जिससे सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा।
हिमाचल में अब दूसरों के घरों में काम करके अपने परिवार का गुजारा करने वाली महिलाओं को भी इस योजना का लाभ मिलेगा. ऐसी महिलाओं को 1 जून 2025 से योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। यही नहीं इन महिलाओं की पात्र बेटियां भी 1500 रूपये प्रति माह के लिए हकदार होगीं। इसी तरह से विधवा पेंशन प्राप्त करने वाली महिलाओं की बेटियों भी इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत 1500 पाने के लिए पात्र होंगी। पहले सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत पेंशन पाने वाली विधवाओं की बेटियों को इस योजना से बाहर रखा गया था। लेकिन अब सरकार ने नियम और शर्तों में छूट दी है, जिसका लाभ हजारों महिलाओं हो होगा। हिमाचल प्रदेश में विधवा महिलाओं की बेटियों को ने केवल हर महीने 1500 रुपए मिलेंगे, बल्कि ऐसे महिलाओं की बेटियों को प्रोफेशनल कोर्स के लिए भी सरकार पूरी फीस का भुगतान करेगी। वहीं, संस्थान की ओर से स्वीकृत होस्टल फीस का खर्च भी सरकार ही उठाएगी। इसके अतिरिक्त यदि विधवा महिलाओं की बेटियां पीजी में रहना चाहती हैं तो इस स्थिति में एक वर्ष में 10 महीने के लिए 3 हजार रुपए सरकार देगी, जिसके लिए नए वित्त वर्ष के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
स्कूलों में टीचरों और स्टूडेंट्स की लगेगी ऑनलाइन हाजिरी
प्रदेश के स्कूलों में अब टीचरों और स्टूडेंट्स की हाजिरी ऑनलाइन ली जाएगी, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा मिलेगा और शिक्षण की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों को किया जाएगा मर्ज
प्रदेश में 18,925 आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी सरकारी स्कूलों में मर्ज किया जाएगा। ये केंद्र अब प्री प्राइमरी स्कूल के रूप में काम करेंगे और 3 से 6 साल के बच्चों के लिए पौष्टिक आहार और शिक्षा प्रदान करेंगे।
राजगढ़, कंडाघाट में नए अग्निशमन केंद्र खोले जाएंगे
राजगढ़ और कंडाघाट में नए अग्निशमन केंद्र खोले जाएंगे, जिससे इन क्षेत्रों में आपातकालीन सेवाओं की तत्परता बढ़ेगी और आग की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकेगा।