सदन में फिर भड़की धवाला की ज्वाला, शांता की नीतियाें की तारीफ
आरपी नेगी। शिमला
ज्वालामुखी से भाजपा विधायक एवं याेजना बाेर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद धवाला ने अब सरकार के अफसराें के खिलाफ माेर्चा खाेल दिया। बजट अनुमान पर चर्चा में भाग लेते हुए धवाला की ज्वाला अधिकारियों पर भड़की, जिनको भाजपा के कद्दावर नेता ने खूब नसीहत दी। उन्होंने बजट चर्चा में कहा कि वैसे तो उनकी सरकार में भ्रष्टाचार नहीं है मगर हुआ तो वह बेनकाब कर देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए डेढ़ लाख रूपए महीने की सैलरी लेकर काम नहीं करना भी भ्रष्टाचार है और इस भ्रष्टाचार को सहन नहीं किया जाएगा। इसलिए अधिकारियों को चाहिए कि सरकार जो नीतियां बना रही हैं उनको धरातल तक पहुंचाए और गरीब लोगों को इनका लाभ दिलाए। उन्होंने शांता कुमार की नीतियों की तारीफ की और कहा कि उन्होंने ही हिमाचल को पानी की रॉयल्टी का मामला उठाया वहीं अंत्योदय योजना चलाई। उन्होंंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बेहतर काम किया है जिनकी प्रशंसा होनी चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा कि कोई आंखे दान दे सकता है मगर अपनी दृष्टि नहीं इसलिए विपक्ष को सोच बदलनी चाहिए।
साधन संपन्न लाेगाें काे पेंशन की जरुरत क्या है?
रमेश चंद धवाला ने कहा कि सरकार ने बजट में 65 से 69 वर्ष की महिलाओं को 1 हजार रूपए पैंशन की व्यवस्था की है परंतु जो साधन सम्पन्न लोग हैं उनकी महिलाओं को इस पैंशन की क्या जरूरत है। ये पैंशन गरीब महिलाओं के लिए होनी चाहिए। उन्होंने स्कूलों को क्लब करने की बात कही तो वहीं कहा कि अधिकारियों की फिजूलखर्ची पर लगाम लगाइ जानी चाहिए।
फिक्स हाे गाड़ियाें की माइलेज, फ़िज़ूलखर्च पर लगे राेक
रमेश चंद धवाला ने कहा कि अधिकारियों की गाडिय़ों की माइलेज भी फिक्स हो जो फिजूलखर्ची कर रहे हैं। धवाला का कहना था कि एचआरटीसी में ही 100 से ज्यादा आरएम हैं जबकि ड्राइवर व कंडक्टरों की जरूरत है जो कम हैं। उनका कहना था कि वित्तायोग का पैसा गांव में खर्च हो रहा है वहीं मनरेगा से भी काम दिखाई दे रहे हैं।
