एचआरटीसी चालक-परिचालक यूनियन का सरकार और निगम प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन, 6 मार्च तक जारी रहेगा जन जागरण अभियान

रात्रि भत्ता सहित अन्य वित्तीय लाभों का भुगतान न किए जाने पर एचआरटीसी चालक-परिचालक यूनियन ने सरकार और निगम प्रबंधन के खिलाफ पहले ही मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को यूनियन ने एचआरटीसी निगम मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और इस दौरान निगम व सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि अगर भत्तों की अदायगी नहीं की जाती है, तो वे चक्का जाम जैसे आंदोलनों से भी पीछे नहीं हटेंगे। यूनियन के पदाधिकारियों ने पूरे प्रदेश में 6 मार्च तक जन जागरण अभियान छेड़ रखा है। 6 मार्च के बाद, यूनियन के पदाधिकारी आगामी रणनीति तय करेंगे। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के कोषाध्यक्ष पदम सिंह ठाकुर ने बताया कि पिछले 65 महीनों से रात्रि ओवर टाइम की अदायगी नहीं की गई है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की गई थी। 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 50 करोड़ रुपये ओवरटाइम के लिए और 9 करोड़ रुपये मेडिकल के लिए 31 दिसंबर तक दे दिए जाएंगे, लेकिन यह राशि अब तक जारी नहीं की गई है। इसके बाद मुख्यमंत्री से ओक ओवर में मुलाकात हुई थी और उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही 15 करोड़ रुपये रिलीज हो जाएगा, जो अब तक नहीं हुआ है। धर्मशाला में 22 जनवरी को भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की गई थी, और उन्होंने 15 फरवरी तक राशि जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रबंधन का कहना है कि अभी तक पैसा नहीं आया है।
यूनियन ने कहा कि वे 15 दिनों का अल्टीमेटम दे रहे हैं। अगर सरकार की ओर से वार्ता का कोई न्यौता नहीं आता, तो 6 मार्च से रोज़ गेट मीटिंग की जाएगी। इसके बाद जन जागरण अभियान के परिणामस्वरूप, आगामी कार्यवाही की जाएगी। उनका कहना है कि अगर समय रहते रात्रि ओवरटाइम और वित्तीय लाभों का भुगतान नहीं किया जाता, तो चालक-परिचालक काम छोड़ो अभियान और चक्का जाम जैसे आंदोलन की ओर बढ़ सकते हैं, इसके लिए निगम प्रबंधन और सरकार जिम्मेदार होंगे।