शिमला सचिवालय के बाहर दृष्टिहीन संघ ने किया चक्का जाम, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया

हिमाचल प्रदेश में अपनी लंबित मांगों को लेकर दृष्टिहीन संघ का आंदोलन एक बार फिर तेज हो गया है। आज संघ के सदस्यों ने राजधानी शिमला में सचिवालय के बाहर चक्का जाम कर दिया, जिससे सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। करीब एक घंटे के जाम के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और दृष्टिबाधित प्रदर्शनकारियों को गाड़ियों में भरकर सड़क खाली कराई गई। दृष्टिहीन संघ शिमला में पिछले 581 दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है, लेकिन उनका आरोप है कि सरकार लगातार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। यही वजह है कि उन्हें बार-बार सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर ध्यान आकर्षित करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
बैकलॉग भर्तियां और पेंशन वृद्धि
संघ के सदस्य लक्की ने बताया कि उनकी प्रमुख मांग बैकलॉग कोटे की भर्तियों को जल्द से जल्द पूरा करना है। उनका कहना है कि ये भर्तियां लंबे समय से अटकी हुई हैं, जिससे दृष्टिबाधित युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल पा रहे हैं। लक्की ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री से कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला है, और न तो भर्तियां हुई हैं और न ही पेंशन बढ़ाई गई है।
गिरफ्तारियां होने के बाद भी आंदोलन रहेगा जारी
लक्की ने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार बैकलॉग कोटे की भर्तियों को पूरा नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि भले ही इसके लिए उन्हें बार-बार गिरफ्तारियां क्यों न देनी पड़ें, वे पीछे नहीं हटेंगे।