पटरी पर लौट रही भारत की इकोनॉमी, जारी हुए दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े
काफी लंबे समय बाद भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार दिसंबर तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.4 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी में 8 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है। जीडीपी के इन आंकड़ों का सबको बेसब्री से इंतजार था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के द्वारा ये आंकड़े जारी किए गए। अप्रैल से जनवरी के दौरान राजकोषीय घाटा 12.34 लाख करोड़ रुपये का रहा है। हालांकि, पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में 8 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते पहली तिमाही यानी, अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी में 23.9% गिरावट दर्ज की गई थी। पिछले 40 साल में पहली बार जीडीपी में कमी दर्ज की गई थी। अप्रैल से जून के दौरान ग्रॉस वैल्यू एडेड (जीवीए) में 22.8 फीसदी कमी दर्ज की गई थी। पहली तिमाही में माइनिंग में 23.3 फीसदी कमी और मैन्युफैक्चरिंग में 39.3 फीसदी कमी दर्ज हुई थी। इसके बाद दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में भी जीडीपी में 7.5% गिरावट दर्ज की गई थी।
