78 साल बाद रेलवे लाइन पहुंची मिजोरम, 13 सितंबर को पीएम द्वारा मिलेगी हरी झंडी
मिजोरम एक ऐसा राज्य था जहां आज़ादी के 78 साल बाद भी कोई ट्रेन जाती नहीं थी। मिजोरम के लिए यह बहुत ही ऐतिहासिक मौका है कि आज़ादी के इतने साल के बाद मिजोरम की राजधानी आइजोल रेलवे नक्शे पर आएगी। यहां रेलवे लाइन बिछा दी गईं हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर 2025 को बैराबी–सैरांग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे। इसे नॉर्थ ईस्ट के सामाजिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर बताया जा रहा है।
इस परियोजना के बाद पूर्वोत्तर के अब 4 राजधानियां– अगरतला (त्रिपुरा), ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश), दिसपुर (असम) और अब आइजोल (मिजोरम) सीधे रेलवे से जुड़ चुकी हैं। रेलवे के अनुसार इस लाइन पर कोलकाता, अगरतला और दिल्ली के लिए ट्रेनें चलेंगी जिससे मिजोरम रेलवे लाइन द्वारा दूसरे राज्यों से जुड़ जायेंगें। बैराबी–सैरांग रेलवे लाइन की खासियत यह है कि इसकी कुल लंबाई 51.38 किमी , 4 स्टेशन, ट्रैक स्पीड 110 किमी प्रति घंटा, 48 सुरंग (कुल लंबाई 12.8 किमी) और यह सबसे ऊंचे ब्रिज पर बना है जिसकी ऊंचाई 104 मीटर है।
परियोजना का खांका 26 साल पहले तैयार
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय बताते हैं कि इस परियोजना का खांका 26 साल पहले 1999 में तैयार हो गया था। पर घने जंगलों, दुर्गम पहाड़ों और लगातार भारी बारिश की वजह से शुरुआती सर्वे बेहद चैलेंजिंग रहा। इतनी अवधि में बहुत बार सर्वे रिपोर्ट बदली गई। पर 2008–09 में इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिल पाया जिसका शिलान्यास 2014 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया।
सफर होगा आसान और सस्ता
पहले बैराबी से आइजोल जाने में लगभग 5–6 घंटे लग जाते थे। पर अब 1–1.5 घंटे में ही यह सफर कर पायेगें। इससे आवाजाही सुगम और सस्ता हो पायेगा। यहां के लोग देश के दूसरे हिस्सों से सीधा जुड़ पायेंगें। रेलवे के अनुसार, यहां से दिल्ली, कोलकाता और अगरतला तक सीधी ट्रेनें चलाई जाएंगी।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
रेलवे की योजना इस रूट में विस्टाडोम ट्रेनें चलाई जाने की है जिससे यात्री रास्ते में मिजोरम की प्राकृतिक सुंदरता का लुफ्त उठा पाएं। यहां रेइक हिल्स, तामदिल झील, वंतावंग झरना, फावंगपुई नेशनल पार्क और डम्पा टाइगर रिजर्व आदि का इस रुट से आनंद ले सकेंगें। इससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा, जिससे यहां के स्थानीय लोगों की आय बढ़ेगी।
