पंचकूला: कर्ज के बोझ तले दबे एक ही परिवार के सात सदस्यों ने सोमवार रात शहर के सेक्टर-27 में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में दो दंपती, तीन मासूम बच्चे (जिनकी उम्र 12 से 15 साल के बीच बताई जा रही है) और एक बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं। यह दिल दहला देने वाली घटना देर रात सामने आई, जब पुलिस को एक कार में कुछ लोगों के आत्महत्या करने की सूचना मिली।
पुलिस के अनुसार, रात करीब 11 बजे सूचना मिलने पर पुलिस मकान नंबर 1204 के बाहर खड़ी कार में पहुंची। कार में सवार छह लोगों को सेक्टर-26 के निजी अस्पताल और एक को सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सभी को मृत घोषित कर दिया गया। मृतकों में से दो की पहचान प्रवीन मित्तल और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है। परिवार के अन्य सदस्यों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। सूचना मिलने के बाद डीसीपी हिमाद्री कौशिक समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
कार से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कारोबारी प्रवीन मित्तल ने कर्ज से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है। प्रवीन मित्तल ने कुछ समय पहले देहरादून में टूर एंड ट्रैवल का कारोबार शुरू किया था, जिसमें उन्हें भारी घाटा हुआ। इसी कारण परिवार कर्ज में डूब गया था और गुजारा करना भी मुश्किल हो गया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। देर रात तक पुलिस इस बात की जांच में जुटी रही कि परिवार कहां का रहने वाला है। हालांकि, गाड़ी देहरादून आरटीओ में रजिस्टर्ड है और आरसी के अनुसार उसके मालिक का नाम गंभीर सिंह नेगी है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह दबाव में की गई आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। इस घटना से पूरे इलाके में मातम पसरा है और हर कोई सदमे में है। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए पंचकूला नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया गया है।