मंडी में आफ़त बनकर बरसी बारिश: जेल रोड में मलबा, तीन की मौत, एक लापता

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार देर रात भारी बारिश ने एक बार फिर जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। मंडी शहर के कई हिस्सों में बादल फटने जैसे हालात बने, जिनके चलते तीन लोगों की मौत और एक महिला के लापता होने की पुष्टि हुई है। सबसे गंभीर स्थिति जेल रोड इलाके में बनी, जहां मलबे और तेज़ बहाव के कारण कई गाड़ियां दब गईं और सड़कों पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। एनडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। एसपी मंडी साक्षी वर्मा, नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट और कमीशनर रोहित राठौर समेत प्रशासनिक अधिकारी लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं।
मलबे में फंसी जानें, बह गए वाहन
जेल रोड पर एक महिला का शव मलबे में दबी गाड़ियों के बीच फंसा मिला, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। कई अन्य वाहन पूरी तरह मलबे में दब चुके हैं, जबकि कुछ बाढ़ में बह गए। स्थानीय लोग भी राहत और बचाव में प्रशासन का साथ दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए कुछ वीडियो में लोग फंसे हुए लोगों को खिड़कियों और छतों से निकालते दिखे।
बंद पड़े नेशनल हाईवे, मंडी में कई जगह भूस्खलन
चंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी जैसे दोनों मुख्य नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के चलते आवागमन बंद है। 4 मील, 9 मील, डवाड़ा, झलोगी समेत दर्जनों स्थानों पर मलबा सड़क पर जमा हो गया है। विक्टोरिया ब्रिज के पास, धर्मपुर लोनिवि मंडल व अधीक्षण अभियंता कार्यालय के ऊपर भी भारी भूस्खलन की खबर है।
मंडी नगर निगम आयुक्त रोहित राठौर ने बताया— "भारी बारिश के कारण ऊपरी क्षेत्रों का मलबा निचले इलाकों में जमा हो गया है। यह बादल फटने का नतीजा हो सकता है। सभी विभाग राहत कार्यों में लगे हैं।" शहर के पैलेस कॉलोनी, जोनल अस्पताल, ब्यास, सुकेती और सकोडी खड्ड के किनारे बसे इलाकों में भी हालात चिंताजनक हैं। बारिश के कारण लोगों ने पूरी रात डर के साए में बिताई।