बंगाल में चुनाव नहीं लड़ेगी शिवसेना, 'दीदी बंगाल की असली शेरनी' : संजय राउत
पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी में चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा है। ऐसे में सभी पार्टियां जनता को अपनी तरफ करके सरकार बनाने की कोशिश में पूरी तरह से जुट चुकी है। इसी बीच दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक चल रही है। माना जा रहा है कि बैठक के बाद उम्मीदवारो की पहली सूची जारी हो सकती है। इस बैठक में अमित शाह, सुवेंदु अधिकारी और कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेता शामिल है।
वहीं शिवसेना ने बंगाल में चुनाव न लड़ने के फैसले के साथ अपने सियासी पते खोल दिए है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार चला रही शिवसेना के नेता सांसद संजय राउत ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि शिवसेना ने फैसला लिया है कि वो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी और पार्टी पूरी एकजुटता के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पश्चिम बंगाल में जो सियासी हालात हैं, उन्हें देखकर लगता है कि चुनावी जंग में एक तरफ दीदी और दूसरी तरफ बाकी सब हैं। सभी एम फैक्टर जैसे- मनी, मसल्स और मीडिया का इस्तेमाल ममता दीदी को हराने के लिए किया जा रहा है। इसलिए शिवसेना ने पश्चिम बंगाल चुनाव ना लड़ने और ममता बनर्जी को समर्थन देने का फैसला लिया है। हमें विश्वास है कि ममता बनर्जी विधानसभा चुनाव में एक गर्जना भरी जीत हासिल करेंगी, क्योंकि दीदी बंगाल की असली शेरनी हैं।
वहीं, ममता बनर्जी ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा है कि जब तक वो हैं, भाजपा को बंगाल की सत्ता में नहीं आने देंगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आने वाली 11 मार्च को नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगी। नंदीग्राम को सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों के लिए 8 चरण में चुनाव होंगे और 2 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।
