छात्र बोले थुनाग का हॉर्टिकल्चर कॉलेज शिफ्ट करने की मांग हमने ही की...पिछले तीन साल से आ रही बाढ़

मंडी जिला के थुनाग स्थित हॉर्टिकल्चर कॉलेज को लेकर उठा विवाद अब एक नया मोड़ ले चुका है। कुछ दिनों पहले सरकार ने इस कॉलेज को थुनाग से नाचन विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट करने का निर्णय लिया, जिसके बाद प्रदेश में सियासी घमासान मच गया। इस कॉलेज की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने कार्यकाल में थुनाग में की थी। मौजूदा कांग्रेस सरकार के इस फैसले को भाजपा ‘क्षेत्रीय विकास के साथ अन्याय’ बता रही है। वहीं कांग्रेस का तर्क है कि छात्रों की सुरक्षा और मांग प्राथमिकता है। दोनों के अपने अपने तर्क है।
हालाँकि अब इस मामले में बड़ा अपडेट आया है। बुधवार को शिमला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में छात्रों और उनके परिजनों ने थुनाग में कॉलेज संचालन को लेकर गंभीर चिंताएं जताईं। उनका कहना था कि पिछले तीन वर्षों से लगातार क्षेत्र में बारिश और भूस्खलन के चलते हालात खराब रहते हैं। 30 जून की रात को भारी बारिश में कई छात्रों का सामान बह गया।
कॉलेज में हॉस्टल सुविधा न होने के चलते 250 से अधिक छात्र किराए के कमरों में रहने को मजबूर हैं। छात्रों ने बताया कि थोड़ी सी बारिश में ही बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं, जिससे न केवल पढ़ाई प्रभावित होती है बल्कि जान का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में कॉलेज शिफ्ट करना उनके लिए राहत भरा कदम है।
जंजैहली में मंत्री की गाड़ी पर जूते-काले झंडे, FIR दर्ज
कॉलेज शिफ्ट होने से गुस्साए कुछ लोगों ने बीते शुक्रवार को जंजैहली में प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की गाड़ी पर जूते और काले झंडे फेंके। मंत्री की गाड़ी पर तिरंगा लगा होने के चलते सरकार ने इसे 'राष्ट्रध्वज का अपमान' बताया और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई।
कांग्रेस ने जलाया जयराम ठाकुर का पुतला
इस घटना के विरोध में कांग्रेस भी सड़कों पर उतर आई। किन्नौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आक्रोश रैली निकालकर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पुतला फूंका। कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि जिन्हें छात्रों की जान से ज़्यादा तिरंगे की राजनीति प्यारी है, उन्हें पहले छात्रों का दर्द समझना चाहिए।