भरमौर केसर की खेती के लिए उपयुक्त स्थान:-डॉ. कुलदीप धीमान
मनीष ठाकुर, भरमौर
ज़िला चंबा में किसानों को केसर की खेती से जोड़ने के लिए हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान और कृषि विभाग के संयुक्त सहयोग से उपमंडल भरमौर के तहत कुठेड़ पंचायत में एक दिवसीय किसान-वैज्ञानिक संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. कुलदीप धीमान ने की। उन्होंने होली घाटी के लोगों को केसर की खेती बारे में अवगत करवाया। इस मौके पर विशेषज्ञों द्वारा केसर के उत्पादन संबंधित विभाग द्वारा किसानों को केसर की खेती के बारे में जागरूक किया गया। इस कार्यशाला में हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक व परियोजना समन्वयक डॉ. राकेश कुमार राणा और भरमौर के कृषि प्रसार अधिकारी नवीन ठाकुर भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर केसर की खेती के लिए उपयुक्त स्थान है। उच्च गुणवत्ता युक्त पैदावार के लिए यहां का वातावरण फूलों के खिलने और उत्पादन बढ़ाने के लिए मददगार हैं। उन्होंने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा केसर के उत्पादन को लेकर प्रशिक्षण उपलब्ध करवाती है, तथा निशुल्क में बीज वितरण का भी प्रावधान करवाती है। कार्यशाला में हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान के वैज्ञानिक डॉ विजय ध्यानी, डॉ सेजल जाम्बल, डॉ. नेहा चौधरी व कृषि विभाग से विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. करतार सिंह, कृषि प्रसार अधिकारी के अलावा स्थानीय पंचायत के प्रधान सिरमौरी राम व अन्य ग्रामीण लोग भी उपस्थित रहे। इस संवाद कार्यशाला में होली घाटी के अलग अलग गांव के लगभग 50 किसानों ने भाग लिया ।