उत्तराखंड: त्रिवेंद्र सिंह रावत का सीएम पद से इस्तीफा, कल होगी बीजेपी विधायक दल की बैठक
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मंगलवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा. राज्य में अगला सीएम कौन होगा, फिलहाल इस पर सस्पेंस कायम है. इस्तीफे के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पार्टी ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि प्रदेश में अब किसी और को मौका देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि मुझे इस पद पर काम करने का मौका मिलेगा लेकिन बीजेपी ने मुझे यह अवसर दिया। ऐसा केवल बीजेपी में ही हो सकता है।
बताते चलें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ पिछले काफी समय से अपनी ही पार्टी के विधायकों ने मोर्चा खोल रखा था। विधायकों की नाराजगी को देखते हुए पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम और केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह को देहरादून भेजा गया था। जहां उन्होंने असंतुष्ट विधायकों के साथ बैठक कर उनकी आपत्ति सुनी, लेकिन वे उन्हें मनाने में नाकाम रहे। उसके बाद सीएम त्रिवेंद्र ने खुद दिल्ली जाकर पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात की थी।
इसके बाद से ही केंद्रीय नेतृत्व विकल्पों पर विचार कर रहा था। नेतृत्व के सामने चिंता उत्तराखंड के जातीय समीकरण साधने के साथ ही अगले साल होने वाले विधान सभा चुनाव की भी है। पार्टी नेतृत्व को लग रहा था कि यदि तुरंत ही हालात नहीं संभाले गए तो अगले साल बड़ा नुकसान हो सकता है। इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी की मंजूरी लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत से इस्तीफा लेने का फैसला किया गया। गौरतलब है कि उत्तराखंड में वर्ष 2017 में विधान सभा चुनाव हुए थे। जिसमें बीजेपी ने 70 में से 57 सीटें जीत ली थी। वहीं कांग्रेस को 11 और निर्दलीयों को 2 सीटों पर जीत हासिल हुई. इन चुनावों में जीत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावतको सीएम बनाया गया।
