सुजानपुर की बदहाल सड़कों को लेकर अब होगा चक्का जाम : राणा
अपग्रेडेशन के नाम पर विभाग ने 2 वर्ष पहले उखाड़ी हैं सड़कें
घोर विभागीय कोताही से कूपित राणा ने सीएम को लिखी चिट्ठी
मीनाक्षी साेनी। हमीरपुर
सुजानपुर क्षेत्र की बदहाल सड़कों की दशा को लेकर अब विधायक राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है। वहीं, अपग्रेडेशन के नाम पर दो साल पहले उखाड़ी व उधेड़ी सड़कों की दुर्दशा से डीसी हमीरपुर व एसपी हमीरपुर के साथ ईएनसी पीडब्ल्यूडी शिमला, चीफ इंजीनियर हमीरपुर, एससी हमीरपुर के साथ एग्जिक्यूटिव इंजीनियरों को भी अवगत करवाया गया है। राणा ने कहा कि अपग्रेडेशन के नाम पर दो वर्ष पहले विभाग द्वारा उखाड़ी गई कुठेड़ा-री-बनाल व गाड्डी से रिया की सड़कें हाल-बेहाल हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों की इस दुर्दशा व घोर विभागीय कोताही को लेकर विधानसभा सत्र के दौरान सदन में भी यह मामला उनके द्वारा उठाया गया था लेकिन खेदजनक यह है कि अब भी तक इन सड़कों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हैरानी यह है कि व्यक्तिगत तौर पर विभाग को कई मर्तबा बताने के बावजूद विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। इन सड़कों की हालत यह है कि इन पर अब राहगीरों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है।
करीब 2 वर्ष पहले फिर से टारिंग व अन्य मुरम्मत करने की बात कह कर विभाग ने इन्हें बुरी तरह खोद डाला है। 2 वर्षों की बरसात के बाद अब यह सड़कें यमलोक का रास्ता दिखा रही हैं। इन सड़कों पर कई दोपहिया वाहन चालक हाथ-पांव तुडवा बैठे हैं। जबकि चौपहिया वाहन चालकों की गाड़ियां इन सड़कों पर चलते-चलते खट्टारा हो चुकी हैं। लगता है कि विभाग जानबूझ कर स्थानीय जनता को परेशान कर रहा है। यह सड़कें अब हादसों की सड़कें साबित हो रही हैं। जिसको लेकर स्थानीय जनता में भारी आक्रोश पनप रहा है। राणा ने कहा कि इन सड़कों की बदहाली को लेकर कई स्थानीय प्रतिनिधि मंडल मुझ से कई बार मिल चुके हैं। जिस पर मैंने विभाग को बार-बार आगाह किया है कि लेकिन विभाग है कि सुन ही नहीं रहा है।
राणा ने कहा कि लगता है कि विभाग को न सरकार का खौफ है, न लोगों की परेशानी से कोई वास्ता है। क्योंकि 2 वर्ष तक इन सड़कों को मुरम्मत के नाम पर विभाग लगातार लटकाता आ रहा है। स्थानीय वासियों ने यह मामला जनमंच में भी उठाया है लेकिन तमाम कार्रवाईयां बेअसर रही हैं। राणा ने कहा कि स्थानीय जनता के आक्रोश के दबाव में अब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बचा है। जिसमें जनता की जवाबदेही व जिम्मेदारी को लेकर मुझे खुद उतरना पड़ेगा। राणा ने कहा कि अगर तत्काल प्रभाव से अब भी विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया तो एमडीआर 86 सुजानपुर-हमीरपुर सड़क पर आक्रोशित जनता कभी भी धरने-प्रदर्शन व चक्का जाम करने के लिए मजबूर हो सकती है। क्योंकि शायद विभाग यही चाहता है और इस तमाम घटनाक्रम की जिम्मेदारी सीधे तौर पर विभाग और प्रशासन की होगी।
