4 April 1905 आज के दिन कांगड़ा में आया था विनाशकारी भूकंप

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला मुख्यालय में 116 साल पहले तबाही का ऐसा मंजर देख गया था, सुबह करीब 6 बजकर 19 मिनट पर जब लोगों की दिनचर्या शुरू ही हुई थी कि भूकंप के दो झटकों ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया। 20 हजार के करीब लोग गहरी नींद में सो गए थे। उस वक्त करीब 7.8 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया था। धर्मशाला, पालमपुर, कांगड़ा, मैक्लोडगंज और चडी़ में सबसे अधिक नुकसान हुआ था। इसमें करीब 20 हजार लोगों की मृत्यु हुई थी। वहीं, करीब एक लाख घर क्षतिग्रस्त हुए थे। कांगड़ा जिला के मंदिरों और ऐतिहासित भवनों को क्षति पहुंची थी। उस वक्त कांगड़ा पंजाब के जालंधर डिवीजन का भाग हुआ करता था। तबाही के बाद लाहौर से मदद भेजी गई थी। पर सड़कों के क्षतिग्रस्त होने, पुलों के टूट जाने से राहत में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा था।