जिला स्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति की बैठक आयोजित

अतिरक्त जिला दंडाधिकारी सोलन विवेक चंदेल ने आज यहां एकीकृत बाल विकास योजना, पोषाहार तथा किशोरी योजना, महिला महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए गठित जि़ला स्तरीय अनुश्रवण एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं, बच्चों और किशोरियों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य लक्षित समूहों को विभिन्न लाभ प्रदान करना और उन्हें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करना है। उन्होंने जि़ला कार्यक्रम अधिकारी तथा सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के लाभार्थियों का चयन निर्धारित मापदण्डों के अनुसार किया जाए। उन्होंने कहा कि सोलन जि़ले में पोषाहार कार्यक्रम के तहत छः माह से तीन वर्ष तक के आयु वर्ग में अभी तक तक 24,201 बच्चों को पोषाहार उपलब्ध करवाया गया। तीन से छः वर्ष आयुवर्ग में 6507 बच्चों को, 8045 गर्भवती एवं धातृ महिलाओं तथा 46 किशोरियों को इस समयावधि में पोषाहार उपलब्ध करवाया गया। विवेक चंदेल ने कहा कि जिला में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण कार्य पूरा किया शीघ्र पूरा किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों में जिला के सभी समेकित बाल विकास अधिकारी अपने-अपने आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए रखें ताकि इन केंद्रों में पढ़ रहे बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि सोलन जि़ले में महिला स्वयं सहायता समूह सराहनीय कार्य कर रहे हैं और इनके माध्यम से लोग लाभान्वित हो रहे हैं। वर्तमान में जि़ले में 1826 स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं जिनकी कुल बचत लगभग 12.52 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में बेटी है अनमोल योजना के प्रथम घटक के अंतर्गत जि़ले 229 लाभार्थियों को 24.86 लाख रुपये की अनुदान राशि प्रदान की गई है। योजना के द्वितीय घटक में छात्रवृति योजना के तहत 2551 छात्रों को लगभग 56.68 लाख रुपये की छात्रवृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत 62 लाभार्थियों को 24.80 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि विधवा पुनर्विवाह योजना के तहत 10 लाभार्थियों पर 5 लाख रुपये व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा मातृ सम्बल योजना के तहत जि़ले में 638 माताओं तथा 1047 शिशु लाभार्थी को लगभग 26.76 लाख रुपये वितरित किए गए हैं। बैठक में महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कानूनों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में जानकारी दी गई कि वर्ष 2019-20 में महिलाओं को विभिन्न कानूनों की जानकारी प्रदान करने के लिए 1680 जागरूकता शिविर आयोजित किए गए जिनमें लगभग 25,200 महिलाओं ने भाग लिया। विवेक चंदेल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन को निर्देश दिए कि शिशु लिंगानुपात में संतुलन बनाए रखने के लिए समय-समय पर जिले में स्थापित जांच केंद्रों का औचक निरीक्षण सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त बाल आश्रम के सफल संचालन के लिए निगरानी समिति की बैठक भी आयोजित की गई। बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत जिला में एक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने सभी समेकित बाल विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाल विवाह निषेध अधिनियम के संबंध में ग्राम स्तर तक लोगों को जागरूक बनाएं। बैठक में जानकारी दी गई कि किशोरी योजना के अंतर्गत जिले में 46 किशोरियों को लाभान्वित किया गया। योजना के अंतर्गत 11 से 14 वर्ष तक की किशोरियों को स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण की जानकारी प्रदान की जा रही है। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत जिले में 8757 पात्र महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को शिशु के जन्म से पूर्व एव उपरान्त पर्याप्त विश्राम उपलब्ध करवाना भी लक्ष्य है। योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली गर्भवती महिला को औसतन 6000 रुपए के लाभ प्रदान किए जा रहे हैं। जि़ला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चौहान ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। सहायक आयुक्त भानु गुप्ता, पुलिस उप अधीक्षक योगेश दत्त जोशी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजन उप्पल, जि़ला कल्याण अधिकारी बीएस ठाकुर, जिला खाद्य, नागरिक आपूर्ति नियंत्रक मिलाप शांडिल, सभी खण्डों के बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा बाल कल्याण समित के अध्यक्ष विजय लांबा बैठक में उपस्थित थे।