राज्य सरकार के 2 साल के जश्न पे उठा सवाल

हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव व अर्की युवा कांग्रेस के प्रभारी सोनू शर्मा केहलूर ने हिमाचल सरकार के शुक्रवार 27 दिसम्बर को आयोजित किए गए दूसरे सालाना जश्न समारोह को लेकर सवालों में लपेटते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार चहुंमुखी विकास के लिए एक तथाकथित दृष्टि पत्र लेकर आई थी लेकिन इस दृष्टि पत्र पर भाजपा 2 साल के अंदर अपनी नजर डालने तक का वक़्त नहीं निकाल पाई है।भाजपा का दृष्टि पत्र महज हिमाचल के लोगों की आंखों में विकास के नाम पर धूल झोंकने जैसा है। राज्य में 2 साल के अंदर मौजूदा भाजपा सरकार कोई भी ऐसा नया काम जनहित में शुरू नहीं कर पाई है जिसके पूरा होने पर राज्य सरकार 2 साल का जश्न मनाने की स्थिति में हो। पूरे प्रदेश में आज आम लोगों को बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क व शिक्षा की बदहाली झेलनी पड़ रही है। हालात ऐसे हैं कि सचिवालय में बैठे विभागों के निचले स्तर पर तैनात अधिकारी वर्ग मुख्यमंत्री से लेकर इनकी सरकार के किसी भी मंत्रियों तक की बात नहीं सुनते हैं।राज्य में भू माफिया से लेकर नशा माफिया और दवा माफिया,वर्दी खरीद माफिया राज्य सरकार के कंधों पर सवार हुआ बैठा है। राज्य में कानून व्यवस्था बुरी तरह से पटरी से उतरी हुई है।वर्तमान प्रदेश सरकार अब तक के इतिहास के सबसे नकारी सरकार के रूप में साबित हुई है, जोकि अफसरशाही के हाथों की कठपुतली बनी हुई हैं। यहां जारी एक बयान में सोनू शर्मा केहलूर ने कहा है कि इन्वेस्टर मीट के नाम पर राज्य सरकार ने जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए अपने ऐशोआराम पर फूंक दिए हैं। हिमुडा में जमीन खरीद के नाम पर भी करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। पहले तो मौजूदा भाजपा सरकार राज्य के स्कूलों में पढ़ रहे हैं लाखों बच्चों को 2 साल तक भर्ती देने में नाकाम रहे और जब वर्दी देने की बात आई तो एकदम घटिया क्वालिटी की वर्दी बच्चों को दे दी गई है। इस खरीद में भी बड़े पैमाने पर सरकारी पैसे को चपत लगाई गई है। सोनू शर्मा केहलूर ने कहा कि आयुर्वेदिक विभाग में भी बड़े पैमाने पर दवा खरीद में गड़बड़ियां हुई हैं, लेकिन राज्य सरकार इनकी विस्तृत जांच करवाने के बजाए अपनी सरकार की नाकामियों को छिपाने में लगे हुए हैं। सोनू शर्मा केहलूर ने कहा कि भाजपा के नेता लंबे समय से दावे करते आ रहे हैं कि राज्य में डबल इंजन की सरकार चल रही है।केंद्र में भाजपा की सरकार है और राज्य में भी भाजपा की सरकार है,ऐसे में इसका फायदा निश्चित तौर पर राज्य के लोगों को होगा,लेकिन भाजपा के दावे भी बुरी तरह से धरातल पर पिट रहे हैं। शर्मा ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार से 2 वर्षों के कार्यकाल में ही जनता का मोहभंग हो गया है और लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द हिमाचल में भाजपा की सरकार से मुक्ति हासिल करें। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार को हिमाचल की आर्थिक स्थिति को देखते हुए फिजूलखर्ची से बचना चाहिए था, लेकिन उन्होंने अपने 2 साल के कार्यकाल में हिमाचल के कर्जे को पहले से कई हजार गुना बढ़ा दिया है जिसका सारा बोझ हिमाचल के आम लोगों पर पड़ने वाला है। कुल मिलाकर भाजपा राज्य में सरकार चलाने में पूरी तरह से विफल रही है।