आम जन के लिए वरदान है हिमकेयर योजना

सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र का विकास करने के लिए कई प्रयास किये गए है। प्रदेश के हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन सब लोगों तक भी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही है जो अपनी आर्थिक स्थिति के कारण अच्छी स्वास्थ्य सेवा वहन नहीं कर सकते हैं। सरकार की इस मुहीम को सफल बनाने में हिम केयर योजना ने बड़ी भूमिका अदा की है। इस योजना के तहत अक्तूबर के दूसरे सप्ताह तक 144 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च कर 1 लाख 51 हजार 157 लोगों का निःशुल्क इलाज किया जा चुका है। हिमकेयर योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश के लगभग 5 लाख 21 हजार 698 लोग अपना पंजीकरण करवा चुके है। इस योजना के तहत एक हजार 579 उपचार प्रक्रियाएं कवर की जा रही हैं, जिसमें डे-केयर सर्जरी भी शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने पर इस योजना के अंतर्गत आने वाले लोगों का इलाज हिमकेयर के माध्यम से ही होता है। इस दौरान इलाज के लिए किसी प्रकार का खर्च नहीं करना पड़ता। हिमकेयर कार्ड प्रदेश और प्रदेश के बाहर कुल मिलाकर 201 पंजीकृत अस्पतालों में स्वीकार किया जाता है। इनमें से 64 प्राइवेट अस्पताल भी शामिल हैं। विदित रहे कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के बाद हिमाचल सरकार ने हिमकेयर योजना शुरू की।
भारत सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत योजना आरंभ की गई थी। यह एक स्वास्थ्य बीमा योजना है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत केवल SECC-2011 में शामिल नागरिक ही आवेदन कर सकते है। हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे सभी नागरिक जो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, जो कि SECC-2011 के दायरे में नहीं है उनके लिए हिम केयर योजना आरंभ की गई। प्रदेश में एक बड़ा वर्ग आयुष्मान भारत योजना के लाभ से वंचित रह गया था, और इसीलिए हिमाचल सरकार ने उस वर्ग को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हिमकेयर योजना की शुरुआत की। यह योजना 1 जनवरी 2019 को आरंभ की गई थी। हिम केयर योजना के अंतर्गत ₹500000 तक का स्वास्थ्य बीमा लाभार्थी परिवार को प्रदान किया जाता है। इस योजना का लाभ एक परिवार के सभी 5 सदस्य उठा सकते हैं। यदि किसी परिवार में 5 से ज्यादा सदस्य हैं तो शेष सदस्यों को अलग से नामांकन किया जा सकता है। यह योजना सह भुगतान के आधार पर कार्यान्वित की जाती है एवं इस योजना के अंतर्गत श्रेणियों के आधार पर प्रीमियम दरें तय की गई है।
स्मार्ट कार्ड केवल एक वर्ष के लिए ही वैलिड
हिम केयर योजना को हिमाचल प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों को ₹500000 तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत स्मार्ट कार्ड बनवाने की प्रक्रिया 15 अप्रैल 2021 को बंद कर दी गई थी। अब केवल पुरानी कार्डो का नवीकरण ही करवाया जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत स्मार्ट कार्ड केवल एक वर्ष के लिए ही वैलिड होता है। इसके पश्चात लाभार्थियों को प्रीमियम जमा करके नवीकरण करवाना होता है। वह सभी नागरिक जिनके स्मार्ट कार्ड की अवधि समाप्त हो गई है उन सभी को 30 दिन के भीतर अपने कार्ड का नवीकरण करवाना अनिवार्य है। यदि लाभार्थी द्वारा 30 दिन तक नवीकरण नहीं करवाया जाता तो इस योजना का लाभ आगामी वर्ष के लिए प्रदान नहीं किया जाता। इस योजना के माध्यम से आमजन कैशलेस इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।
लाभार्थी का इलाज मुफ्त, सीधे अस्पताल को होता है भुगतान
हिम केयर योजना 2021 के अंतर्गत लाभार्थियों को ई- कार्ड प्रदान किया जाता है। यह कार्ड लाभार्थी को अपना इलाज करवाते समय अस्पताल में दिखाना होता है। अस्पताल द्वारा लाभार्थी से इस कार्ड को देखने के बाद इलाज के लिए किसी भी प्रकार की राशि नहीं ली जाती। इस कार्ड के माध्यम से लाभार्थी का इलाज मुफ्त में किया जाता है। हिम केयर योजना के अंतर्गत लाभार्थी के इलाज का खर्च हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाता है। वह सभी अस्पताल जो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भी पंजीकृत है वह इस योजना के अंतर्गत भी पंजीकृत है। क्लेम की राशि सीधे अस्पताल के बैंक अकाउंट में पहुंचाई जाती है। यह राशि क्लेम पेपर चेक करने के बाद पहुंचाई जाती है।
प्रति परिवार प्रति वर्ष मात्र 1000 रुपए प्रीमियम
हिमकेयर कार्ड बनवाने के लिए एकल नारी, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग, 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं, आशा, मिड डे मील कार्यकर्ता, दिहाड़ीदार, अंशकालिक व आउटसोर्स कर्मचारियों और अनुबंध कर्मचारियों के लिए प्रीमियम मात्र 365 रुपए प्रतिवर्ष निर्धारित किया गया। अन्य व्यक्ति जो नियमित सरकारी या सेवानिवृत्त कर्मचारी नहीं उनके लिए प्रीमियम की दर प्रति परिवार प्रति वर्ष 1000 रुपए निर्धारित की गई है।
नि:शुल्क होते हैं 56 टेस्ट
इस योजना के तहत हिमाचल के सरकारी अस्पतालों की लैब के अलावा अस्पताल परिसरों में स्थापित निजी लैब में भी मरीजों के 56 प्रकार के टेस्ट नि:शुल्क होते हैं। प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों, जोनल अस्पताल, सिविल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एसआर लैब स्थापित हैं। इनमें सरकारी रेट पर ही हर तरह के टेस्ट होते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की अपनी भी लैब हैं, लेकिन इनमें 12 बजे तक टेस्ट होते हैं। उसके बाद इनकी जांच की जाती है। ऐसे में लोग निजी लैब में टेस्ट करवाते हैं। क्लीनिक पैथोलॉजी में 17, बायो केमिस्ट्री में 20 तरह के टेस्ट फ्री होंगे। इनमें ब्लड शुगर, एचबी, यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रोल आदि के टेस्ट शामिल हैं। सिरियोलॉजी में 9 तरह के टेस्ट होते हैं। इनमें एचआईवी, डेंगू, मलेरिया आदि के टेस्ट शामिल हैं। माइक्रोबायोलॉजी और पैथोलॉजी में ब्लड कल्चर, यूरिन कल्चर, यूरिन एनालिसिस में यूरिन प्रेग्नेंसी टेस्ट, यूरिन माइक्रोस्कोपी, स्टूल एनालिसिस में 1 टेस्ट, रेडियोलॉजी में एक्सरे और कार्डियोलॉजी में ईसीजी नि:शुल्क होता है। इसमें अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन भी शामिल हैं।
हर जिले में लोगों को मिला लाभ
अक्तूबर माह तक हिमकेयर के तहत बिलासपुर जिले के करीब 8,987 लोगों के इलाज पर 7 करोड़ 28 लाख 85 हजार रुपए, जिला चंबा में 5,922 मरीजों पर 5 करोड़ 34 लाख, जिला हमीरपुर में 14,554 लोगों के लिए करीब 9 करोड़ 21 लाख, जिला कांगड़ा में 35,430 लोगों के लिए करीब 34 करोड़ 95 लाख , जिला किन्नौर में 1,541 लोगों के लिए एक करोड़ 89 लाख, जिला कुल्लू में 12,382 लोगों के लिए आठ करोड़ 48 लाख 71 हजार रुपए, लाहौल-स्पीति जिले में 391 लोगों के लिए 34 लाख 58 हजार रुपए, जिला मंडी में 19,639 लोगों के लिए 18 करोड़ 29 लाख 85 हजार रुपए, जिला शिमला में 13,266 लोगों के लिए करीब 19 करोड़ 86 लाख, जिला सिरमौर में 13,756 लोगों के लिए करीब 9 करोड़ 45 लाख, जिला सोलन में 13,433 व्यक्तियों के लिए 10 करोड़ 50 लाख रुपए, ऊना जिले में 9,684 व्यक्तियों के लिए करीब पांच करोड़ 79 लाख रुपए खर्च किए गए। इसके अलावा पीजीआई चंडीगढ़ में 2,172 प्रदेशवासियों के निःशुल्क इलाज के लिए करीब 12 करोड़ 57 लाख रुपए हिमकेयर के माध्यम से अदा किए गए।
हिम केयर योजना 2021 के लाभ तथा विशेषताएं
-हिम केयर योजना को हिमाचल प्रदेश के उन सभी नागरिकों के लिए आरंभ किया गया है जो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत नहीं आते हैं।
-यह योजना एक स्वास्थ्य बीमा योजना है।
-इस योजना के अंतर्गत ₹500000 तक का स्वास्थ्य बीमा लाभार्थी परिवार को प्रदान किया जाता है।
-इस योजना का लाभ परिवार के 5 सदस्य उठा सकते हैं और यदि किसी परिवार में 5 से ज्यादा सदस्य हैं तो शेष सदस्यों का अलग से नामांकन किया जाता है।
-यह योजना सह भुगतान के आधार पर कार्यान्वित की जाती है।
-इस योजना के अंतर्गत प्रीमियम दरें श्रेणी के आधार पर तय की गई है।
-HP Him Care Yojana 2021 के अंतर्गत ई कार्ड प्रदान किया जाता है।
-इस ई कार्ड को लाभार्थी अस्पताल में दिखा कर अपना इलाज मुफ्त में करवा सकता है।
- योजना को 1 जनवरी 2019 को आरंभ किया गया था।
-हिम केयर योजना के अंतर्गत इलाज का पूरा खर्च हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
-वह सभी अस्पताल जो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पंजीकृत है वह इस योजना के अंतर्गत भी पंजीकृत है।
-इस योजना के अंतर्गत क्लेम की राशि अस्पताल के बैंक अकाउंट में पहुंचाई जाती है।
-इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए एक मजबूत आईटी प्रणाली को भी विकसित किया गया है।
-हिम केयर योजना के अंतर्गत लाभार्थी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से खुद भी आवेदन कर सकते हैं तथा कॉमन सर्विस सेंटर या फिर लोकमित्र सेंटर पर ₹50 की शुल्क जमा कर कर भी आवेदन कर सकते हैं।
-इस योजना के अंतर्गत केवल 3 महीने ही आवेदन किए जाते हैं जो कि जनवरी से मार्च है।
-हिम केयर योजना के अंतर्गत रिन्यूअल की प्रक्रिया पूरे साल चलती है।
-इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को अपनी श्रेणी के अंतर्गत ही आवेदन करना अनिवार्य है।