वीरभद्र होते तो कन्हैया को हिमाचल की धरती पर पांव नहीं रखने देते : सुरेश कश्यप

हिमाचल का उपचुनाव आम मुद्दों से भटक कर राष्ट्रवाद और परिवारवाद के इर्द गिर्द ही घूम रहा है। कांग्रेस के स्टार प्रचारक कन्हैया कुमार के हिमाचल आने पर उपजा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा है कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी ने उस व्यक्ति को अपनी पार्टी में शामिल किया जो देश के टुकड़े-टुकड़े करने वालों का समर्थन करता है। देश को तबाह करने का ख्वाब देखने वाले कन्हैया कुमार को हिमाचल लाकर कांग्रेस ने इस वीरभूमि का अपमान किया है। उन्होंने कहा हिमाचल मेजर सोमनाथ शर्मा की धरती है, कैप्टन विक्रम बत्रा की धरती है। आज वे शहीद स्वर्ग से देख रहे होंगे और उन्हें कितना दुख हो रहा होगा। वीरभद्र सिंह जी देशभक्त थे, बकौल कश्यप, उन्हें यकीन है कि वो आज होते तो कन्हैया कुमार जैसे शख्स को हिमाचल की धरती पर पांव नहीं रखने देते। कांग्रेस में ऐसे लोग शामिल हैं जो अफजल गुरु जैसे आतंकी की बरसी मनाते हैं और देश के खिलाफ विरोधी नारे लगाते हैं । शायद देश के विरोधियों को शह देना कांग्रेस पार्टी की आदत बन गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्टार प्रचारक लिस्ट से स्थानीय नेता गायब हैं, पर भाजपा को अपने स्टार प्रचारकों पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा जब भारतीय जनता पार्टी ने एक फौजी को सम्मान देकर मंडी लोकसभा सीट से उतारा है तो उस फौजी के खिलाफ प्रचार के कि लिए कांग्रेस उसी कन्हैया कुमार को ले आई जो फौज और फौजियों को बलात्कारी कहता है। जो ' हर घर से अफजल निकलेगा ' जैसे नारे लगाने वालों को शह देता है।
प्रतिभा पर भी बोला हमला
कारगिल युद्ध पर प्रतिभा सिंह के बयान पर सुरेश कश्यप ने कहा है कि उन्हें याद नहीं कि उस लड़ाई में देश के 500 से ज्यादा जवानों ने शहादत दी। हिमाचल में 50 से ज्यादा माताओं ने अपने बेटे, बहनों ने अपने भाई, बीवियों में अपने सुहाग को खोया। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस को कारगिल योद्धा ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर के सामने अपनी हार निश्चित लग रही है तो उसने कन्हैया कुमार को अपना स्टार प्रचारक बना दिया। क्या कांग्रेस पार्टी को कोई और नहीं मिला था हमें लगता है कि एक सैनिक के खिलाफ कांग्रेस जानबूझकर उस शख्स को लाई जो सेना और सैनिकों के बलिदान का अपमान करता है।