शिमला: राज्यपाल ने दिव्यांग युवाओं की प्रतिभा को दिया सम्मान

-उमंग फाउंडेशन के ''हौसलों की उड़ान'' कार्यक्रम में किया सम्मानित
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राज भवन में दिव्यांग युवाओं की प्रतिभा और क्षमता का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रतिभावान छात्र-छात्राएं सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं और उनसे हम सबका मनोबल भी बढ़ता है।
राज्यपाल आज राज भवन में उमंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित ''हौसलों की उड़ान'' कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
राज्यपाल ने विशेष क्षमता वाले बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए उमंग फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों का का सशक्तिकरण पूरे विश्व समुदाय के लिए उच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कुल 5 दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए। 2 दिव्यांग विद्यार्थियों को मोबाइल फोन प्रदान किए।
राज्यपाल ने मुस्कान नेगी, अंजना ठाकुर और प्रतिभा ठाकुर का उदहारण देते हुए कहा कि ये छात्राएं अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत से दिव्यांगता को मात देकर उच्च शिक्षा प्राप्त की और आज असिस्टेंट प्रोफेसर बन गई।
राज्यपाल ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, टांडा में एमबीबीएस की छात्रा निकिता चौधरी को हिमाचल प्रदेश की पहली व्हीलचेयर यूजर डॉक्टर बनने पर बधाई देते हुए कहा कि इन्होंने ये मुकाम हासिल करने के लिए लंबा संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि एशियन पैरा गेम्स में भारत के दिव्यांग खिलाड़ियों ने 111 पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया है।
प्रदेश की पहली व्हीलचेयर यूज़र एमबीबीएस छात्रा निकिता चौधरी, 3 दिव्यांग असिस्टेंट प्रोफेसरों मुस्कान, अंजना ठाकुर, एवं प्रतिभा ठाकुर, आरकेएमवी कॉलेज की पांच दिव्यांग छात्राओं समेत 40 उच्च शिक्षित दिव्यांगों एवं उनकी सहायता करने वाले 15 युवाओं को सम्मानित किया।