सोलन: हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़े रखते हैं मेले : डॉ. शांडिल
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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्थान पर आयोजित किए जाने वाले मेलों और उत्सवों को आर्थिक दृष्टि से व्यापक स्तर पर मनाया जा आवश्यक है। डॉ. शांडिल गत सायं सोलन जिला के विकास खंड कंडाघाट के जदारी के दो दिसवीय बिजेश्वर देव (बागुडी) मेले के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. शांडिल ने इससे पूर्व जदारी में 20 लाख रुपये से निर्मित केवीके फार्म के फील्ड स्टोर तथा प्रजनन प्रयोगशाला तथा ध्यारी गांव से केवीके फार्म तक लगभग 3 लाख से निर्मित संपर्क मार्ग का लोकार्पण किया। उन्होंने गांव घयाड़ी में पेयजल टैंक मरम्मत के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा की। महिला मंडल जधारी के भवन के मरम्मत के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से मेला समिति को 11 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
डॉ. शांडिल ने कहा कि मेले हमारी समृद्ध संस्कृति की धरोहर हंै। उन्होंने कहा कि मेलो में युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं, जिससे न केवल व्यापार में बढ़ोतरी होती है, बल्कि आर्थिकी में भी इजाफा होता है। उन्होंने कहा कि तकनीक के आधुनिक युग में मेले हमें हमारी सांस्कृति धरोहर से जोड़े रखने में आवश्यक भूमिका निभाते है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभिन्न मेलों और त्यौहारों में स्थानीय हस्तशिल्प और हथ-करघा निर्मित वस्तुओं के क्रय-विक्रय को बढ़ाया जाना आवश्यक है। इससे हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को रोज़गार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बेहतरीन कार्य कर रही है। रोज़गार सृजन के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सुखाश्रय योजना जहां बेसहारा बच्चें के लिए आशा की किरण बनेंगी वहीं 680 करोड़ रुपये की स्टार्ट अप योजना शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करेगी।