वेदव्यास परिसर में भारतीय ज्ञान प्रणाली पर विशिष्ट व्याख्यान, छात्रों को दी प्रेरणा

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान परिसर के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें संस्कृतभारती के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख श्रीश देव पुजारी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। व्याख्यान का मुख्य फोकस भारतीय ज्ञान प्रणाली की अवधारणा, उसकी वर्तमान चुनौतियाँ, समाधान और छात्रों की उसमें सक्रिय भूमिका पर केंद्रित रहा। श्रीश देव पुजारी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। उन्होंने विद्यार्थियों को संस्कृत क्षेत्र में अपने योगदान को पहचानने और उसे मजबूती से निभाने की प्रेरणा दी।
इस अवसर पर व्याख्यान के बाद परिसर के आचार्यों के साथ एक विशेष परिचर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें शिक्षा और संगठन से जुड़े मुद्दों पर गंभीर विमर्श किया गया। गौरतलब है कि श्रीश देव पुजारी इन दिनों पंचदिवसीय प्रवास पर हिमाचल प्रदेश में हैं। इस प्रवास के दौरान वे राज्य में संस्कृतभारती के संगठनात्मक विस्तार, व्यवस्थापन और सशक्तिकरण को लेकर सक्रिय हैं। साथ ही प्रदेश के प्रमुख संस्कृत शिक्षण संस्थानों, जैसे केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला, विभिन्न गुरुकुल और संस्कृत महाविद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन की वर्तमान स्थिति, भविष्य की आवश्यकताएँ और संभावनाएँ समझने के लिए प्रशासनिक एवं सामाजिक प्रतिनिधियों से मुलाक़ात भी कर रहे हैं। वेदव्यास परिसर में आयोजित इस व्याख्यान में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। आयोजन को लेकर परिसर में उत्साहपूर्ण वातावरण देखने को मिला।