सुजानपुर : बैसाखी पर होगा विशाल भंडारे का आयोजन
महाराजा संसार चंद के समय कभी रहा प्रवेश द्वार संकट मोचन मंदिर के नाम से जाना जाता है, जोकि श्रद्धालुओं की आस्था के साथ-साथ आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है । यह मंदिर क्षेत्र में किसी पहचान का मोहताज नहीं है , बैसाखी के उपलक्ष पर यहां 14 अप्रैल को मेले का आयोजन व भंडारा होगा। सुजानपुर हमीरपुर मार्ग के साथ गांव भलेठ में स्थापित संकटमोचन द्वार मंदिर में जहां एक और पुराने समय की भगवान हनुमान तथा दूसरी तरफ भैरव की मूर्तियां स्थापित है, जिसके बाद वहां के ग्रामीणों ने इसके कायाकल्प को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी। संकट मोचन के अंदर की ओर एक तरफ कमरे में उन्होंने मंदिर बना कर राम दरबार स्थापित किया तो दूसरी तरफ उन्होंने मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की इसके साथ ही मंदिर के ऊपर प्रांगण की ओर शनिदेव का मंदिर साईं मंदिर शिव मंदिर गणेश मंदिर केलावा सराय भवन तथा अन्य कई कार्य किए है । प्रांगण में प्राचीन मां टोनी देवी का मंदिर भी है ।कहते हैं पुराने समय में जब लोगों की फसल कट जाती थी तो अपने घरों से पकवान बनाकर के यहां पर प्रसाद के रूप में चढ़ाया करते थे। वैशाखी पर्व पर यहां मेले के आयोजन के साथ-साथ एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है । आयोजक डॉ राजेंद्र ने बताया कि मंदिर कमेटी में जनता ने मंदिर ने जीर्णोद्धार कायाकल्प को लेकर के खूब मेहनत की है। यह स्थान श्रद्धा के साथ साथ पर्यटकों को लुभाने के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है । 14 अप्रैल को विशाल भंडारे का आयोजन बैसाखी के दिन किया जा रहा है।
