सुजानपुर: दान का मतलब छिपाना है, छपवाना नहीं है- जैन साधु अधिमुक्त महाराज
दान का मतलब छिपाना है, छपवाना नहीं है, दान वही सर्वमान्य माना गया है जो जरूरतमंद को दिया जाए और किसी से ना कहा जाए। यह शब्द सुजानपुर में आयोजित महावीर जयंती के शुभ अवसर पर जैन साधु अधिमुक्त महाराज ने अपने मुखारविंद से संदेश देते हुए कहा साथ ही जैन धर्म का मूल सिद्धांत मंत्र अहिंसा परमो धर्म जियो और जीने दो है इसी पर जैन समाज काम कर रहा है और निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस मौके पर जैन साधु महाराज ने अपने संबोधन में सात गलत कामों का त्याग करने की अपील की उन्होंने कहा कि जीव जंतुओं की रक्षा करें, हिंसा ना करें, मांसाहार ना खाएं, शराब के सेवन का त्याग करें। इससे पहले महावीर जयंती पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें महावीर स्वामी के जीवन पर वर्णित तमाम बातों को सबके सामने रखा गया इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लेते हुए रंगारंग प्रस्तुतियां दी इससे पहले जैन समाज सुजानपुर द्वारा प्रातः प्रभात फेरी निकालकर प्रभु गुणगान किया गया।। महावीर जयंती के शुभ अवसर पर जैन समाज सुजानपुर के लोगों ने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे एवं धर्म ध्यान करते हुए महावीर जयंती को धूमधाम से मनाया।। झंडा रस्म अदा की गई एवं जैन समाज सुजानपुर के प्रधान विमल जैन महासचिव अरुण जैन विनोद जैन राकेश जैन वीर चंद जैन द्वारा बच्चों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।
