ऊना : समानता व समता भारत के संविधान की आत्मा : डीसी
भारतीय संविधान की ताकत व आत्मा आर्टिकल 14 है, जिसमें समानता व समता का अधिकार दिया गया है। यही दो शब्द हैं, जो भारतीय संविधान और देश को आगे बढ़ाते हैं। एक पल देखने व सुनने में ये शब्द छोटे लगते हैं, लेकिन इनका विस्तार बहुत बड़ा है। यह बात जिलाधीश राघव शर्मा ने भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की जयंती के अवसर पर आयोजित समता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कही। आर्य ईएनटी अस्पताल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे जिलाधीश ने कहा कि बाबू जगजीवन राम ने राजनीति में आदर्श स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रथम मंत्रिमंडल में बाबू जगजीवन राम मंत्री रहे। सविधान निर्माता कमेटी के सदस्य भी रहे और लगातार मेहनत से कार्य करते हुए उन्होंने एक ऐसी सोच के साथ काम किया कि समाज में समता लानी है, भेदभाव को खत्म करना है और यही लोकतंत्र की मजबूती का मंत्र है।
उन्होंने कहा कि जितने भी क्रांतिकारी हुए हैं, स्वतंत्रता सेनानी हुए हैं आंदोलनकारी हुए हैं, उनक बैकग्राउंड में कानून की पढ़ाई रही है। सब ने कानून की पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि मैंने भी कानून की पढ़ाई की है और आर्टिकल 14 सबको समानता व सबका सम्मान यह अधिकार देता है। यह शब्द मेरे दिलो-दिमाग में हैं, इसलिए अधिकारी के रूप में भी जब मेरे पास कोई आता है, जहां में कोई फैसला करता हूं तो यह बात मेरे ध्यान में रहती है और यही संविधान का मूल मंत्र है।
उन्होंने कहा कि आज भी समानता की बात जोर से करने की जरूरत है, क्योंकि आज भी धर्म, जाति ,समाज, भाषा अमीरी, गरीबी, महिला व पुरुष कई प्रकार की मान्यताएं हैं, जिन्हें दूर करने के लिए काम होना है।उन्होंने कहा कि बाबू जगजीवन राम जी का व्यक्तित्व सामान्य रहा है, उन्होंने बड़े-बड़े काम किए हैं, आदर्श पैदा किए हैं, राजनीति में उन्होंने बहुत बड़ा परिवर्तन किया है और उनके फॉलोअर्स हैं उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाया जा रहा है।
कहा कि डॉ केआर आर्य उनमें से एक हैं जो बाबू जगजीवन राम की विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने डॉक्टर केर आर्य द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सराहा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सब समाज व देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए आगे बढ़े। इस अवसर पर डॉ केआर आर्य ने बाबू जगजीवन राम जी की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज उनकी विचारधारा को उनकी बेटी मीरा कुमार आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। मीरा कुमार लोकसभा के अध्यक्ष रही हैं , मंत्री रही हैं और आज भी समाज में सक्रिय रह करके अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि मीरा कुमार के पुत्र अंशुल कुमार बेहतरीन काम समाज को जागरूक करने में करने और समता आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, उन्होंने कहा कि पंजाब व हिमाचल में जिम्मेदारी मेरे पास है और हम समय-समय पर समाज में समता लाने के लिए आवाज उठाते हैं और समाज को एक करने का काम कर रहे हैं।
