ऊना : गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट ने राम प्रकाश को बनाकर दिया पक्का आशियाना

परिवार को रहने के लिए छत ना हो तो कैसा महसूस होता है। परिवार धूप, बारिश, सर्दी व गर्मी में टीन के नीचे रहे तो कैसी हालात हो सकते हैं ? इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि खड्ड गांव के राम प्रकाश की हालत भी ऐसी ही रहे, मकान टूट गय। उसके बाद मकान बन नहीं पाया और राम प्रकाश अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ टीन की छत के नीचे गुजर-बसर करने लगा। दिहाडी करने वाले राम प्रकाश के पास कभी भी इतनी रकम नहीं हो पाई कि अपने लिए पक्का आशियाना बना सके, हालात को भगवान पर छोड़ दिया और परिवार के पालन पोषन करने लगा। इसी दौरान राम प्रकाश पर मुसीबत का पहाड़ टूटा सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। उन्हें पीजीआई ले जाया गया। अपने इलाज तक के लिए पैसे नहीं जुटा पाया राम प्रकाश तो उनके लिए हेल्पिंग इंडिया संस्था के प्रमुख प्रिंस मददगार बनकर सामने आए। राम प्रकाश के घर की स्थिति के बारे गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट के साथ चर्चा की।
इस दौरान गुरु का लंगर सेवा समिति के उपाध्यक्ष दिनेश गुप्ता व अध्यक्ष अश्विनी जेतिक ने मौके का दौरा किया और पाया कि यह परिवार जरूरतमंद है और इसे मदद होनी चाहिए। उसी समय गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट ने पक्का घर बनाने का संकल्प लिया, जबकि राम प्रकाश के इलाज में हेल्पिंग इंडिया व अद्वेता फाउंडेशन सहित अन्य कई लोग मदद कर रहे थे। मकान बनाने के लिए आगे आए गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट में काम शुरू करवाया। इस दौरान लगातार बढ़ते काम के बीच अद्वेता फाउंडेशन ने भी अपना सहयोग गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट को दिया। वहीं जिला प्रशासन की ओर से भी इस परिवार को मदद प्रदान की गई।
गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट में लगातार मकान के काम को तेज गति से करवाया, गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाया और चंद महीनों में राम प्रकाश व उनके परिवार के लिए पक्का आशियाना तैयार करवा दिया। रंग रोगन के साथ-साथ बिजली की व्यवस्था भी करवाई और शौचालय का निर्माण भी करवाया। रविवार को नए बने आशियाने को गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट ने राम प्रकाश के परिवार को सौंप दिया। विधिपूर्वक पूजन व पाठ के भोग के बाद रामप्रकाश व उनके परिवार ने घर में प्रवेश किया गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष अश्वनि व उपाध्यक्ष दिनेश गुप्ता कहा कि जैसे ही उन्हें रामप्रकाश की स्थिति के बारे में पता चला उन्होंने तुरंत मकान बनाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि इन सब के सहयोग के लिए आभारी हैं कि एक बेहतरीन सेवा का काम हो पाया है और छोटे बच्चों के साथ परिवार को आशियाना मिला है। उन्होंने कहा कि इससे रामप्रकाश के परिवार की मदद हो पाई है और आगे प्रकाश का परिवार बेहतर जीवन यापन करेगा ऐसी शुभकामनाएं ।वही अद्वेता फाउंडेशन की अध्यक्ष मोनिका सिंह ने कहा कि हम लगातार रामप्रकाश के इलाज के लिए मदद करते आए हैं और मकान निर्माण में भी सहयोग करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि यह बेहतर कार्य लंगर सेवा समिति द्वारा किया गया है, इसी प्रकार आगे कार्य करते रहे ऐसी हमारी शुभकामनाएं है। इस पर करीब 4.50 लागत आई है जिससे दो कमरों ,शौचालय व बाथरूम को बेहतर व्यवस्था के साथ है परिवार को सौंपा गया है ।
गुरु का लंगर सेवा समिति ट्रस्ट के महासचिव राजीव भनोट ने कहा कि अस्पताल में लंगर लगाने के साथ-साथ महंत मंगलानंद महाराज की प्रेरणा से सेवा के कार्य भी किए जा रहे हैं। अनेक बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा लिया हुआ है ।वही कोई भी जरूरतमंद हो तो मदद हो ही, निराश नहीं होना चाहिए, ऐसी हम सब की भावना है और प्रयास किया जाता है कि जरूरतमंद की मदद आगे बढ़कर की जा सके ।उन्होंने कहा कि यह मकान निर्माण भी उसी की कड़ी में बढ़ता कदम है। इस अवसर पर हेल्पिंग इंडिया के प्रिंस ने कहा कि सामाजिक संस्थाएं भगवान का रूप है जो इस प्रकार से लोगों के जीवन में बदलाव कर रही हैं ,ऐसा चमत्कार कर रही है जो कार्य हो नहीं सकता उसे चुटकियों में कर रही हैं । उन्होंने कहा कि पंचायत में बैठे प्रतिनिधियों को गरीब लोगों के बारे में प्राथमिकता पर सोचना चाहिए। इस अवसर पर राजकुमार पठानिया, इंद्रजीत सिंह ,राजेश सैनी ,विशाल स्याल व अद्वेता फाउंडेशन के सदस्य सहित अन्य उपस्थित रहे।