ऊना: ऐतिहासिक 84 पौड़ियों के जीर्णोद्धार का काम शुरू
- डीसी, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, अमरजोत बेदी ने शुरू करवाया कार्य
ऊना मुख्यालय की ऐतिहासिक 84 पौड़ियों के जीर्णोद्धार के कार्य जिसकी लंबे समय से मांग चली आ रही थी ,उसे जिला प्रशासन द्वारा पहल के आधार पर करवाया जा रहा है, लंबे समय से ऐतिहासिक 84 पौड़ियों की खस्ता होती हालत पर ध्यान आकर्षित किया जा रहा था । 84 पौड़ियों के महत्व को देखते हुए इनका जीर्णोद्धार किया जाए इसको लेकर लगातार मांग उठ रही थी। जिलाधीश ऊना राघव शर्मा के पास इस मांग को लेकर रिप्रेजेंटेशन भी दी गई, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिलाधी ऊना ने लगातार इस पर प्रयास किया और अंत तक केंद्र सरकार की एजेंसी इंटेक के साथ संपर्क कर इस कार्य को आगे बढ़ाने की इच्छा शक्ति दिखाते हुए अंतत: इस काम को शुरू करवाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इंटेक हेरिटेज स्थानों का जीर्णोद्धार करने का काम करती है। जिसमें एक्सपर्ट शामिल है ,जीर्णोद्धार कार्य में इंटेक को काफी महारत हासिल है ,इंटेक हिमाचल चैप्टर द्वारा अब इस कार्य को अपने हाथों में जिला प्रशासन के कहने पर लिया गया है ,करीब 40 लाख रुपए की राशि इस पर खर्च होगी ऐसे में जिला प्रशासन व इंटेक् मिलकर इस जीर्णोद्धार के हेरिटेज कार्य को कर रहे हैं। जिला ऊना में इंटेक् का यह पहला कार्य है जिसको लेकर इंटेक की टीम भी आशावान है, गुरुवार को 84 पोडियों पर ऐतिहासिक कार्य के शुभारंभ पर पूजा अर्चना का कार्यक्रम किया गया, जिसमें जिलाधीश राघव शर्मा, ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत बेदी सहित गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे । वहीं एसडीएम उन विश्वा देव मोहन, नगर परिषद के एसडीओ राजेंद्र सैनी भी उपस्थित रहे। इस कार्य का शुभारंभ पर जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने बताया कि 224 वर्ष पुरानी यह 84 पोडियां बाबासाहीब सिंह जी बेदी द्वारा बनाई गई थी, इनका अपना ऐतिहासिक महत्व है, शहर का ऐतिहासिक स्थल है ,इसी स्थल को शहर की एंट्री के लिए प्रयोग किया जाता था ।उन्होंने कहा कि इस कार्य को इंटैक्ट भारत सरकार की हेरिटेज भावनों को बेहतर करने की एजेंसी करेगी, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा ।उन्होंने कहा कि जिला ऊना के इस ऐतिहासिक स्थल को ऐतिहासिक स्वरूप में बरकरार रखते हुए बेहतर करने का काम किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तीन से पांच महीने के अंदर इस कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, इतिहास की जानकारी भी लोगों को मिले और यह रमणीक स्थल बने, लोग जहां आए इसका प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि इंटेक की अच्छी टीम है, स्थानीय लोगों के सहयोग से यह बेहतर काम करेगी। ऐसी मुझे उम्मीद है।उन्होंने की इसके अलावा जीर्णोद्धार के और क्या कार्य हम कर सकते हैं, इसको लेकर के भी भविष्य में चर्चा की जाएगी।
वहीं पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि जिलाधीश ऊना राघव शर्मा के प्रयासों से एक ऐतिहासिक कार्य की शुरुआत हो रही है यह अपने आप में ऐसा स्थल है जिसको बेहतर बनाने का लक्ष्य होना चाहिए और आने वाले समय में यह बेहतर स्थल के रूप में हमें देखने को मिलेगा ,इसके लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना है ।
वहीं नगर परिषद पुर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत बेदी ने कहा कि उनके पूर्वजों द्वारा यह 84 पोडियां बनाई गई यह शहर का प्रवेश द्वार रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार इसका प्रयास भी किया है कि इसको बेहतर किया जाए, हमने नगर परिषद के माध्यम से भी कई बार इसका कार्य किया लेकिन अब जिलाधीश राघव शर्मा के प्रयासों से इंटेक एक अनुभव भी एजेंसी इस काम को करेगी यह खुशी का विषय है ,उन्होंने की जल्द लोगों को एक अच्छा स्थल मिलेगा। इस अवसर पर इंटेक की तरफ से उपस्थित मिताली ने कहा कि 84 पौड़ियों के कार्यों को शुरू किया जा रहा है, जितना जल्द हो सकेगा हम इस कार्य को खत्म करेंगे ,इसका ऐतिहासिक महत्व बरकरार रखा जाएगा।